लातेहार : झारखंड के लातेहार जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दो दिन पहले माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद बुधवार को पुलिस ने जिले के एक जंगल से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। यह कार्रवाई नेतारहाट थाना क्षेत्र के तहत आने वाले टूटा पानी जंगल में आदे गांव के पास की गई।
पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने जानकारी दी कि यह बरामदगी सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान हुई। जंगल में छिपाकर रखे गए आठ आईईडी बरामद किए गए, जिनका वजन आधा-आधा किलो था। इन सभी विस्फोटकों को मौके पर ही सीआरपीएफ की बम निरोधक टीम ने निष्क्रिय कर दिया।
इसके अलावा सुरक्षाबलों को एक 7.62 बोर की एसएलआर राइफल, 9 एमएम बोर की एक कार्बाइन, 150 जिंदा कारतूस, 5.56 एमएम बोर की 40 गोलियां और 9 एमएम बोर की कई गोलियां भी मौके से मिली हैं। पुलिस का मानना है कि इन हथियारों का इस्तेमाल माओवादी गतिविधियों में किया जाना था।
इससे पहले रविवार की रात सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। यह मुठभेड़ मौहदान्द थाना क्षेत्र के दौना जंगल में हुई थी। मुठभेड़ के दौरान मनीष यादव नामक एक कुख्यात माओवादी ढेर हो गया था। उस पर सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
इसी मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने कुंदन खेरवार उर्फ सुधीर सिंह नाम के एक और वरिष्ठ माओवादी नेता को गिरफ्तार किया था, जिस पर दस लाख रुपये का इनाम घोषित था। यह गिरफ्तारी सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने बताया कि माओवादियों के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि जिले में नक्सलियों के संभावित ठिकानों पर लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि उनके नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके।
लातेहार जिला झारखंड के उन संवेदनशील इलाकों में शामिल है, जहां माओवादी लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान के चलते इन इलाकों में माओवादियों की गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लग चुका है, और पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले समय में इन पर पूरी तरह से काबू पा लिया जाएगा।