राजस्थान : कुर्सी पर बैठे-बैठे 3 साल की बेटी संग जिंदा जल गई लेक्चरर

jodhpur-Lecturature

जोधपुर : जोधपुर कमिश्नरेट के डांगियावास थाना क्षेत्र के सरनाडा गांव में दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक 32 साल की एक स्कूल लेक्चरर संजू बिश्नोई ने अपनी 3 साल की मासूम बेटी यशस्वी के साथ आग लगाकर जान दे दी।

सरनाडा की ढाणी में शुक्रवार के दिन गंभीर झुलसी हालत में यशस्वी की जिंदा जल जिंदा जलने से मौत हो गई थी और शनिवार को उसकी मां संजू ने भी महात्मा गांधी अस्पताल के बर्न यूनिट में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस को एक कथित सुसाइड नोट मिला है जिसमें लिखा है कि उसे उसके पति और ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था।

पुलिस की माने तो शुक्रवार दोपहर को ड्यूटी से लौटने के बाद संजू ने घर में डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर पेट्रोल डाल दिया और बेटी को गोद में लेकर उस पर बैठ गई। इसके बाद खुद और अपनी मासूम बेटी पर भी पेट्रोल डालकर आग लगा ली। कुछ ही देर में दोनों आग की लपटों में घिर गईं। इस घटना में दोनों मां-बेटी बुरी तरह झुलस गईं।

उस समय पति और ससुराल वाले घर में मौजूद नहीं थे। फर्श पर गिरने के बाद मासूम यशस्वी की जिंदा जलने से मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद संजू को महात्मा गांधी अस्पताल के 1 यूनिट में गंभीर हालत में भर्ती करवाया गया जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसने दम तोड़ दिया। घटनास्थल से पुलिस ने एक पेट्रोल केन बरामद किया है।

संजू मूल रूप से फिटकासनी गांव की रहने वाली थी और वहां राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लेक्चरर के पद पर कार्यरत थी। संजू का विवाह 10 साल पहले दिलीप बिश्नोई से हुआ था, जो बीटेक सिविल इंजीनियर है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। इस शादी का रिश्ता आमने-सामने (आटा-साटा) में हुआ था। संजू के भाई की शादी दिलीप की बहन से हुई है।

मृतका संजू के पीहर पक्ष ने आरोप लगाया है कि ससुराल वाले दहेज के लिए संजू को प्रताड़ित करते थे और आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। परिजनों की माने तो 4-5 महीने पहले भी संजू और ससुराल वालों के बीच विवाद हुआ था।

इस घटना पर मंडोर एसीपी नगेंद्र कुमार ने बताया कि परिजनों ने डांगियावास थाने में ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है जिसमें दहेज प्रताड़ना तथा मानसिक रूप से परेशान करके उनकी बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।

परिजनों ने दिलीप पुत्र करनाराम जाति बिश्नोई निवासी सरनाडा की ढाणी काकेलाव डांगियावास जोधपुर, गणपत पुत्र किशनाराम जाति बिश्नोई निवासी सिंवरो की ढाणी काकेलाव डांगियावास जोधपुर तथा लिला पुत्री करनाराम जाति बिश्नोई निवासी सरनाडा की ढाणी काकेलाव डांगियावास जोधपुर पूर्व के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।

सिंवरो की ढाणी कांकेलाव निवासी संजू के पिता ओमाराम बिश्नोई AEN है। उसका एक भाई JEN है और संजू खुद शिक्षिका थी। पिता की दी गई रिपोर्ट के अनुसार 22 अगस्त को दोपहर करीब 1:00 बजे संजू ड्यूटी से घर लौटी। लगातार ससुराल से हो रही प्रताड़ना से वह परेशान थी जिसके बाद उसने इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने बीएनएस की धारा 108, 85 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।