यूपी : मिर्जा इंटरनेशनल समूह के बैंक लॉकरों में निकले 10 करोड़ से ज्यादा के गहने

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कानपुर : मिर्जा इंटरनेशनल समूह के प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग का छापा रविवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। विभाग के अफसरों को कुछ बैंक लॉकरों में 10 करोड़ से ज्यादा के गहने मिले हैं। 40 लाख की नकदी पहले ही मिल चुकी है। कुल करीब 11 करोड़ के गहने और नकदी अब तक मिल चुकी है। जांच में बोगस खरीद-बिक्री के भी प्रमाण मिले हैं। कितनी खरीद-बिक्री की गई, इसका आकलन किया जा रहा है।

इसके अलावा कानपुर, उन्नाव की इकाइयों से होने वाली कमाई यूके की इकाई में बिना टैक्स चुकाए लगाने के प्रमाण मिले हैं। नकदी में ज्यादा काम करने वाली मार्शल स्पोर्ट्स इंटरनेशनल पर भी कार्रवाई की गई है। मिर्जा इंटरनेशनल समूह की कंपनी और इसके बीच लेनदेन के भी प्रमाण मिले हैं। इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों और विदेश में संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं। इन संपत्तियों की खरीद में लगाई गई रकम की जांच की जा रही है।

गुरुवार को आयकर विभाग की 150 से ज्यादा अलग-अलग अफसरों की टीमों ने देश के प्रमुख चमड़ा निर्यातक मिर्जा इंटरनेशनल समूह के कानपुर, उन्नाव, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और कोलकाता में 45 से ज्यादा अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापा मारा था। बाद में यह संख्या 52 प्रतिष्ठानों तक पहुंच गई थी। उन्नाव स्थित पांच टेनरियों और फैक्टरियों के अलावा कानपुर में 25 से ज्यादा स्थानों पर कार्रवाई की गई थी।

कानपुर के सिविल लाइंस, पार्वती बांग्ला रोड, ग्वालटोली, जाजमऊ, मालरोड स्थित प्रतिष्ठानों के अलावा उन्नाव स्थित पांच टेनरी, सहायक इकाई यूरो फुटवियर फैक्टरी में जांच की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि अब करीब 20 स्थानों पर ही जांच चल रही है। 32 स्थानों से टीमें वापस आ चुकी हैं। कानपुर, दिल्ली समेत अलग-अलग प्रतिष्ठानों से करीब 40 लाख की नकदी मिली है।

सूत्रों ने बताया कि 15 के करीब बैंक लॉकर मिले हैं जिसमें से पांच-छह खोले गए हैं। नौ लॉकरों को और खोला जाना है। इसमें 10 करोड़ से ज्यादा के गहने मिले हैं। इस दौरान ही संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। इसमें दुबई, यूके में भी संपत्तियों के दस्तावेज हैं। कानपुर, उन्नाव, नोएडा, दिल्ली, मुंबई आदि शहरों में भी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। इनकी अलग से जांच कराई जागी। इनकी खरीद में आय के स्रोतों की जानकारी जुटाई जा रही है। आय के स्रोत सही न मिलने पर इन संपत्तियों को बेनामी प्रकोष्ठ भेजा जाएगा।

बताया गया कि समूह का बड़ा निवेश यूके में मिला है। कानपुर, उन्नाव की इकाइयों से होने वाली आय वहां पर लगाई जा रही थी। इसके दस्तावेज आयकर अफसरों को अब तक की जांच में मिले हैं। यूके में जो निवेश किया जा रहा है इस पर कोई भी कर नहीं दिया गया। इसमें बड़े पैमाने पर कर चोरी पकड़ी गई है। कई ऐसे लोग जांच में सामने आए हैं जिनके जरिये नंबर दो की रकम को नंबर एक में बदला जा रहा था। इसके बदले में व्यक्ति को मुनाफा दिया जा रहा था। मार्शल स्पोर्ट्स में भी छापा मारा गया। इसके जरिये समूह की कंपनियां बड़े पैमाने पर नकदी में काम करती थीं।

सूत्रों ने बताया कि कंपनी का टर्नओवर 600-700 करोड़ है। अलग-अलग टेनरियां और फैक्टरियां पूरी क्षमता से चल रही हैं। हालांकि उत्पादन के मुकाबले बिक्री कम करके दिखाई जा रही है। कच्चे माल और तैयार माल में भी अंतर मिला है। इसके अलावा अलग-अलग तैयार उत्पादों से बनने वाले दूसरे बाय प्रोडक्टों की सेल ही नहीं दिखाई जा रही थी। ये खेल लंबे समय से चल रहा था।