करवा चौथ पर खरीदारों से गुलजार रहे देशभर के बाजार, 28000 करोड़ का व्यापार

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नई दिल्ली : पारंपरिक सामान जैसे साड़ी, लहंगे, पूजा की थाली, छलनी, मिट्टी के करवे, मिठाइयां, गिफ्ट आइटम्स, जूलरी और कॉस्मेटिक्स की बिक्री में भारी तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी आर्टिस्ट और सैलून में भी दिनभर लंबी कतारें लगी रहीं। इससे देशभर में छोटे कारीगरों और आर्टिस्टों को बड़ा रोजगार मिला है वहीं देश भर में बड़ी संख्या में सामूहिक रूप से भी करवा चौथ पूजन के आयोजन किए गए।

धूमधाम से मनाए जाने वाले करवा चौथ पर देशभर के बाजार और मॉल शुक्रवार को भी खरीदारों से गुलजार रहे। लोगों और खासकर महिलाओं ने दो दिनों में कपड़ों, मिठाइयों, गिफ्ट आइटम, सजावटी और पूजा के सामानों की जमकर खरीदारी की। इससे करवा चौथ पर होने वाले कारोबार में पिछले साल की तुलना में 27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, सोने के आभूषणों की खरीद-बिक्री पर कीमतों में रिकॉर्ड तेजी का असर भी देखने को मिला। इस बार हल्के आभूषणों की मांग ज्यादा रही।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया, इस बार का करवा चौथ लोगों और कारोबारियों के लिए कई मायनों में खास रहा। आयकर छूट और कम ब्याज दरों के साथ जीएसटी दरों में कटौती के कारण उत्पादों के दाम घटने से लोगों ने जमकर खरीदारी की। इससे देशभर में करीब 28,000 करोड़ रुपये की खरीद-बिक्री हुई, जो पिछले करवा चौथ पर हुए 22,000 करोड़ के कारोबार से 27.27 फीसदी अधिक है। 2023 में कुल 15,000 करोड़ रुपये की खरीद-बिक्री हुई थी।

खंडेलवाल ने बताया, इस बार करवा चौथ से पहले जीएसटी दरों में कटौती ने उपभोक्ताओं को अतिरिक्त राहत दी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी बेचने एवं खरीदने की अपील से पारंपरिक उत्पादों की बिक्री में उछाल देखने को मिला। इससे कारीगरों और आर्टिस्टों को काम मिलने के साथ लाखों छोटे व्यापारियों एवं स्थानीय दुकानदारों को दो दिनों में भरपूर व्यापार मिला।

पारंपरिक सामान जैसे साड़ी, लहंगे, पूजा की थाली, छलनी, मिट्टी के करवे, मिठाइयां, गिफ्ट आइटम्स, जूलरी और कॉस्मेटिक्स की बिक्री में भारी तेजी देखने को मिली। इसके साथ ही, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी आर्टिस्ट और सैलून में भी दिनभर लंबी कतारें लगी रहीं। इससे देशभर में छोटे कारीगरों और आर्टिस्टों को बड़ा रोजगार मिला है वहीं देश भर में बड़ी संख्या में सामूहिक रूप से भी करवा चौथ पूजन के आयोजन किए गए।

कैट के मुताबिक, दिल्ली में करवा चौथ पर 8,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। चांदनी चौक, सदर बाजार, सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, करोल बाग, कनॉट प्लेस और खान मार्केट समेट प्रमुख बाजार पिछले दो दिनों से खरीदारों से गुलजार रहे।

खंडेलवाल ने बताया, इस बार करवा चौथ से पहले जीएसटी दरों में कटौती ने उपभोक्ताओं को अतिरिक्त राहत दी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी बेचने एवं खरीदने की अपील से पारंपरिक उत्पादों की बिक्री में उछाल देखने को मिला। इससे कारीगरों और आर्टिस्टों को काम मिलने के साथ लाखों छोटे व्यापारियों एवं स्थानीय दुकानदारों को दो दिनों में भरपूर व्यापार मिला।

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलर्स के चेयरमैन संयम मेहरा ने बताया कि रिकॉर्ड कीमतों के बावजूद देशभर के सराफा बाजारों में अच्छी चहल-पहल रही। पूछताछ करने वाले लोगों में कइयों ने इस डर से सोने की खरीदारी, ताकि आगे कीमत और न बढ़ जाए। मेहरा ने बताया, सोने और चांदी के आभूषणों की अच्छी खरीदारी हुई। हालांकि, सोने के हल्के आभूषणों की मांग ज्यादा रही। इसके अलावा, हर बार की तरह इस करवा चौथ भी लोगों ने सोने के सिक्के और छड़ की खरीदारी की। वैसे दुकानों पर भी अच्छी फुटफॉल रही, जो सामान्य दिनों में खाली रहते हैं।