कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के न्यूटाउन स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में सिक्किम के पांच आदिवासी छात्रों के साथ कथित तौर पर जाति पूछकर गाली-गलौच और मारपीट का मामला सामने आया है। घटना 16 सितंबर की बताई गई है।
दूसरी ओर, गंगटोक के एसपी महेंद्र सुब्बा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि 23 सितंबर को गंगटोक के सदर पुलिस स्टेशन में इस मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर, इसे कोलकाता संबंधित थाने में भेजा गया है।
सूत्रों के मुताबिक गंगटोक पुलिस की शिकायत मिलने के विधाननगर के टेक्नोसिटी थाने में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति संरक्षण अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शिकायत के अनुसार, घटना 16 सितंबर की है, जब अनुसूचित जनजाति समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कानून के पांच छात्र विश्वविद्यालय के मैदान में फुटबॉल खेलने गए थे। आरोप है कि कुछ सीनियर छात्रों ने उन्हें मैदान में घुसने से रोका और जातिसूचक गालियां दीं।
उन्होंने उन्हें आदिवासी कहा और जंगल में जाकर खेलो जैसी आपत्तिजनक बातें कहीं। जब प्रथम वर्ष के छात्रों ने विरोध किया तो सीनियर छात्रों ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। पीड़ितों का कहना है कि करीब 25 सीनियर छात्र हमले में शामिल हो गए, जिसके बाद विश्वविद्यालय के स्टाफ ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।
बताया जा रहा है कि इसके बाद सभी छात्र वापस सिक्किम चले गए। इसके बाद छात्रों ने 23 सितंबर को गंगटोक के सदर पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज कराई, जिसकी पुष्टि गंगटोक के एसपी महेंद्र सुब्बा ने की।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के समय शिकायतकर्ता कहां थे, यह पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। रजिस्टर बुक की भी जांच की जा रही है। इसके बाद पूछताछ शुरू होगी।
विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक घटना के अगले दिन विश्वविद्यालय ने एक आंतरिक समिति का गठन किया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।