पुणे : महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक 20 साल के छात्र ने अपनी परीक्षा में समय पर पहुंचने के लिए पैराग्लाइडिंग का सहारा लिया। इसका वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बी. कॉम प्रथम वर्ष के छात्र समर्थ महांगड़े ने बताया कि यह घटना 15 दिसंबर को हुई थी, जब उन्हें अचानक याद आया कि प्राकृतिक आपदा प्रबंधन पर पहले सेमेस्टर की परीक्षा कुछ ही मिनटों में होने वाली है। उन्होंने कहा कि वह इलाके में पैराग्लाइडिंग ऑपरेटरों को जानते थे, जिनकी मदद से वह इस समस्या का समाधान निकाल पाए। समर्थ पासरानी गांव के निवासी हैं।
एक वीडियो में देखा जा सकता है कि समर्थ ने हैरिसन फॉली नामक जगह से पैराग्लाइडिंग शुरू की। यह पंजगणी रोड पर पंचगणी से पांच किलोमीटर पहले एक समतल जगह है। इसके बाद वह पैराग्लाइडिंग से किसानवीर कॉलेज पहुंचे।
समर्थ ने कहा, मैं हैरिसन फॉली के पास एक गन्ने के रस की दुकान के केंद्र में काम करता हूं। उस दिन दोपहर दो बजे मुझे याद आया कि मेरी परीक्षा सवा दो बजे है। मैं पहले इसे भूल गया था क्योंकि परीक्षा के समय और तारीख में कई बार बदलाव किया गया था। मेरे पास सड़क से जाने का विकल्प नहीं था, क्योंकि रविवार को ट्रैफिक और गाट क्षेत्र में चल रहे काम के कारण रास्ता काफी बाधित था और कॉलेज 12 किलोमीटर दूर था।
उन्होंने आगे बताया, मैं इलाके में पैराग्लाइडिंग के ऑपरेटरों को जानता था। इनमें से एक गोविंद येवले ने एक पायलट से मुझे कॉलेज तक छोड़ने का अनुरोध किया। येवले ने पीटीआई को बताया, सभी जरूरी सुरक्षा उपकरण पहनने के बाद पायलट और हमने कॉलेज के पास एक खुले मैदान में पांच मिनट के अंदर लैंड किया। समर्थ ने यह भी बताया कि वह परीक्षा समय पर दे पाए, क्योंकि उनके दोस्त पहले ही हॉल में उनका पहचान पत्र और यूनिफॉर्म ले आए थे।
किसानवीर कॉलेज के अधिकारियों ने परीक्षा की पुष्टि की और बताया कि महांगड़े ने परीक्षा दी थी। हालांकि, कॉलेज अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं की कि उन्होंने पैराग्लाइडिंग से कॉलेज पहुंचने का तरीका अपनाया था।