नई दिल्ली : बेल्जियम के पैराग्लाइडर की मौत के एक दिन बाद हिमाचल प्रदेश के मनाली में एक और पैराग्लाइडर की बुधवार को पहाड़ी से टकराने के बाद मौत हो गई. यह पैराग्लाइडर चेक गणराज्य की नागरिक थी. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बीर बिलिंग में दो नवंबर से शुरू होने वाले पैराग्लाइडिंग विश्व कप-2024 से पहले हिमाचल प्रदेश में दो दिनों में दो पैराग्लाइडर की मौत के मामले सामने आए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मृत पैराग्लाइडर की पहचान डीटा मिसुरकोवा (43) के रूप में हुई है, जो मनाली में माढ़ी के पास पहाड़ों से टकरा गई. शुरुआती जानकारी के अनुसार, तेज हवाओं के कारण उसका ग्लाइडर से नियंत्रण खो गया.
उन्होंने बताया कि पैराग्लाइडर को तुरंत मनाली के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. अनुभवी पैराग्लाइडर, मिसुरकोवा पिछले छह वर्षों से पैराग्लाइडिंग कर रही थीं. बीर बिलिंग में मंगलवार को बेल्जियम के एक पैराग्लाइडर की एक अन्य पैराग्लाइडर से हवा में टकराने के बाद पैराशूट नहीं खुलने से मौत हो गई थी.
यह घटना दोपहर करीब 1 बजे हुई और पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों पायलट फ्री फ़्लायर थे. घटना के बाद, पुलिस ने बचाव अभियान शुरू किया, जबकि स्थानीय लोगों ने भी पैराग्लाइडरों का पता लगाने में मदद की पेशकश की.
पिछले हफ्ते बीर बिलिंग से उड़ान भरने वाले तीन विदेशी पैराग्लाइडरों को कुल्लू जिले के ऊंचे पहाड़ों में फंसने के बाद हेलिकॉप्टर की मदद से बचाया गया था. अप्रैल में धौलाधार रेंज की ऊंची पहाड़ियों में पैराग्लाइडिंग दुर्घटना में 54 साल की महिला की मौत हो गई थी. वह बीर-बिलिंग से उड़ान भरकर आई थी और कथित तौर पर बैजनाथ तहसील के थाटी गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी.
मनाली में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान (एबीवीआईएमएएस) के निदेशक अविनाश नेगी ने बताया, “दुर्घटनाओं के मद्देनजर दुर्घटना स्थलों को चिन्हित करने के लिए ऊंचे पहाड़ों पर विशेष टावर लगाने का प्रस्ताव विचाराधीन है.” यहां दो से नौ नवंबर को होने वाले विश्व कप में 50 देशों के 130 पैराग्लाइडर हिस्सा लेंगे.