मुरादाबाद : एसडीएम सदर कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक एवं कलक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश कोषाध्यक्ष कुलदीप वन ने रात में जहरीला पदार्थ खा लिया। इस बीच कलक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जिला अस्पताल पहुंच गए।
आरोप लगाया कि एसडीएम सदर राममोहन मीणा के उत्पीड़न के चलते कुलदीप यह कदम उठाने को मजदूर हुआ है। एसडीएम पर आरोप के बाद पुलिस-प्रशासन सक्रिय हो गया। रात 11 बजे स्वजन किसी दूसरे अस्पताल में उपचार कराने की बात कहकर उनकी जिला अस्पताल से छुट्टी करा ले गए। देर रात तक मामले में कोई शिकायती पत्र नहीं दिया गया था।
मझोला के शंकर नगर निवासी कुलदीप वन कनिष्ठ लिपिक हैं। उनकी मूल तैनाती कलेक्ट्रेट में है। वर्तमान में सदर तहसील में ड्यूटी चल रही थी। कलेक्ट्रेट इप्लाई वेलफेयर कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष एसके सक्सेना ने बताया कि अप्रैल में कुलदीप की बहन की तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए वह एक से 15 अप्रैल तक छुट्टी लेकर गए थे। फिर जरूरत पड़ने पर 15-30 अप्रैल तक छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया। लिखित प्रार्थना-पत्र देने के साथ एसडीएम को वाट्सएप पर भी प्रार्थना पत्र भेजा। एक मई से ड्यूटी पर वापस आए।
आरोप लगाया कि बावजूद एसडीएम ने कुलदीप की छुट्टी स्वीकृत नहीं की, जिसके चलते उसका ही नहीं कलेक्ट्रेट के 40 अन्य कर्मचारियों का वेतन भी रुक गया। आरोप लगाया कि एसडीएम कर्मचारियों को अनावश्यक परेशान करते हैं। रात तक कार्यालय में कर्मचारियों को रोकते हैं, जिससे आहत होकर ही शुक्रवार रात कुलदीप ने जहरीला पदार्थ खा लिया।
एसके सक्सेना ने बताया कि साथी का उपचार कराया जा रहा है। उनकी हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। शनिवार व रविवार का अवकाश है। कार्यालय खुलने के बाद कमेटी धरने पर बैठेगी और एसडीएम के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करेगी।