येंडागंडी : आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले में एक परिवार को पार्सल में शव भेजने का हैरतअंगेज मामला सामने आया है। शव भेजने वालों ने एक पत्र भी भेजा जिसमें कहा गया है कि परिवार के मुखिया ने सालों पहले कर्ज लिया था जो अब ब्याज समेत 1.35 करोड़ रुपये होता है। अगर नहीं चुकाया तो घर वालों का यही अंजाम होगा। शव किसी अज्ञात का है और पुलिस के अनुसार उसकी उम्र 45 वर्ष के आसपास है।
जिला पुलिस अधीक्षक अदनान नईम आसमी ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात इस परिवार के निर्माणाधीन घर पर यह पार्सल भेजा गया। शव एक बक्से में था, जिसे ऑटो से इस घर तक पहुंचाया गया। पत्र में सागी तुलसी नाम की महिला से 1.35 करोड़ रुपये की मांग करते हुए लिखा गया है, आपके पति ने 2008 में 3 लाख रुपये का लोन लिया था, जो ब्याज समेत अब बढ़कर 1.35 करोड़ रुपये हो गया है।
परिवार का भला चाहती हो तो पूरी रकम चुकानी होगी। तुलसी के पति करीब 10 साल पहले लापता हो गए थे, जिसके बाद से वह घर नहीं लौटे हैं। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
आसमी ने बताया, तुलसी हाल तक अपने माता-पिता के साथ रह रही थी। बाद में उसकी छोटी बहन आ गई तो वह अलग किराए के घर में रहने लगी। बाद में तुलसी ने एक दानदाता की मदद से माता-पिता के घर से एक किलोमीटर दूर अपना घर बनवाना शुरू किया। इस व्यक्ति ने तुलसी को कहा कि चूंकि वह दोनों एक ही जाति के हैं और तुलसी विधवा है इसलिए वह उसकी मदद कर रहा है।
इस व्यक्ति ने सितंबर में तुलसी के घर के लिए टाइल्स व अन्य निर्माण सामग्री भेजी थी। बृहस्पतिवार को तुलसी को संदेश मिला कि घर के लिए बिजली का कुछ सामान भेजा जा रहा है जिसमें मोटर और अन्य वस्तुएं हैं। हालांकि इसके बदले घर में जो बॉक्स आया उसमें शव पड़ा था।
शव मिलने के बाद तुलसी के परिवार ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने कहा कि वह पिछले तीन से चार दिन में गायब हुए लोगों की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम के बाद इस मामले में और जानकारी मिलने की उम्मीद है।
लिस अधीक्षक आसमी ने बताया कि तुलसी के परिवार का छोटा दामाद बुधवार से घर नहीं लौटा है। पुलिस ने यह भी बताया कि तुलसी की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह 1.35 करोड़ जैसी राशि किसी को चुका सके।