नई दिल्ली : पहलगाम में पर्यटकों पर हमले का बदला लेने के लिए भारतीय आर्म्ड फोर्स ने जिस ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला किया, उसपर नए खुलासे हुए हैं। भारतीय सेना ने लश्कर और जैश के मुख्यालय पर अलग-अलग मिसाइलों से हमला किया था। इसके साथ ही पाकिस्तान के साथ चार दिनों तक चली झड़प में किन हथियारों का इस्तेमाल किया गया और कितना नुकसान हुआ इसकी भी जानकारी सामने आई है। भारत ने कुल 19 ब्रह्मोस मिसाइलों और क्रिस्टल मेज मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े योजनाकारों और सैन्य प्रमुखों ने ऑपरेशन सिंदूर के एक महीने पूरे होने का जश्न भी मनाया है। इस दौरान कि रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं को हथियारों और मिसाइलों की नई खेप खरीदने की इजाजत दे दी है। इसमें लम्बी दूरी की लोइटरिंग गोला-बारूद, आर्टिलरी शेल, कामिकाजे ड्रोन और बियॉन्ड-विजुअल-रेंज (BVR) एयर-टू-एयर मिसाइलें शामिल हैं।
पाकिस्तान को किन विमानों का हुआ नुकसान? : सूत्रों के मुताबिक सेना की कार्रवाई और सैटेलाइट तस्वीरों से इस बात की पुष्टि हुई है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमानों (चीन निर्मित) और दो बड़े विमानों (संभवतः एक C-130J और एक SAAB 2000 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग सिस्टम) को मार गिराया।
सूत्रों ने यह भी बताया कि कि सरगोधा, रफीकी, जैकबाबाद और नूर खान (चकलाला, रावलपिंडी) सहित 11 एयरबेस पर भारतीय वायुसेना के मिसाइल हमले के दौरान दो एफ-16 लड़ाकू विमान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि भारत के राफेल लड़ाकू विमानों, एस-400 मिसाइल सिस्टम और एम 777 होवित्जर ने चार दिनों के संघर्ष के दौरान खुद को बखूबी साबित किया।
7 मई को आतंकी ठिकानों पर हमला सफल रहा? : रिपोर्ट के मुताबिक इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि 7 मई को भारत का पहला आतंकवाद विरोधी हमला सफल रहा। मरकज-ए-तैयबा (मुरीदके में लश्कर का मुख्यालय) पर चार से पांच क्रिस्टल मेज मिसाइलों से हमला किया गया। मरकज-ए-सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर राफेल लड़ाकू विमानों से दागी गई छह SCALP मिसाइलों ने हमला किया गया और बंकर-बस्टिंग तकनीकों का उपयोग करके पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
एम 777 हॉवित्जर तोपों ने किया कमाल : भारतीय सेना के एम 777 हॉवित्जर तोपों द्वारा यूएस निर्मित एक्सकैलिबर गोला-बारूद का इस्तेमाल करके पाकिस्तानी सेना दूसरी पंक्ति की रक्षा पंक्तियों को नष्ट कर दिया। 7 मई की सुबह ऑपरेशन शुरू होने से लेकर 10 मई की शाम को युद्ध विराम के बीच भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी शिविरों पर बमबारी की और कम से कम 100 आतंकवादियों को मार गिराया। भारतीय वायुसेना ने 13 पाकिस्तानी एयरबेस और सैन्य प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया।
पाक का चीनी एयर डिफेंस सिस्टम फुस्स हुआ : भारत ने 10 मई को जवाबी हमले के दौरान एक चीनी LY-80 फायर रडार, दो AN/TPQ-43 यूएस निर्मित स्वचालित ट्रैकिंग रडार, और चकलाला में चीनी HQ-9 रडार की एक फायर यूनिट को नष्ट कर दिया। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी एयरबेस पर 19 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें दागीं, साथ ही लगभग इतनी ही संख्या में फ्रांसीसी SCALP सबसोनिक क्रूज मिसाइलें भी दागीं। बदले में, पाकिस्तानियों ने चीनी JF-17 लड़ाकू विमानों का उपयोग करके भारतीय एयरबेस पर CM-400 AKG एयर-लॉन्च सुपरसोनिक मिसाइलें दागीं, लेकिन इनसे कोई नुकसान नहीं हुआ।