नई दिल्ली : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत के हाथों करारी शिकस्त खाने के बाद पाकिस्तान अब गीदड़भभकियों पर उतर आया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने PoK में जनता को संबोधित करते हुए भारत को गीदड़भभकी दी कि ‘अब भारत हमला करने से पहले 100 बार सोचेगा।’ हालांकि यह बयान देते वक्त शहबाज शरीफ के चेहरे से खौफ साफ झलक रहा था, लेकिन उनकी स्क्रिप्ट वही थी, जो पाकिस्तानी फौज ने लिखवाई। वहीं, पाकिस्तान के DG ISPR ने भी भारत की ‘सांस रोकने’ की गीदड़भभकी दी है।
पाकिस्तान की सेना भारत के हाथों अपनी बुरी हार से तिलमिला उठी है। यही वजह है कि DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने आतंकी सरगना हाफिज सईद की ज़ुबान बोलते हुए कहा, ‘अगर भारत सिंधु का पानी रोकेगा, तो हम उसकी सांस रोक देंगे।’ बता दें कि यह वही बयान है, जो कुछ समय पहले मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद दे चुका है। भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया है, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियां सूखती जा रही हैं। पानी की कमी से होने वाली किल्लत के डर से पाकिस्तानी सेना और सियासतदानों में हड़कंप मचा हुआ है।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को तबाह कर दिया। कइयों के तो रनवे की हालत इतनी खराब है कि जून से पहले वहां से विमान उड़ान नहीं भर सकते। सैटेलाइट तस्वीरें पाकिस्तान की इस तबाही को इतिहास में दर्ज कर चुकी हैं। दुनिया भर के एक्सपर्ट भारत की इस जीत का डंका बजा रहे हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान की संसद में विपक्ष शहबाज सरकार की धज्जियां उड़ा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को ‘न्याय का नया स्वरूप’ करार देते हुए कहा है कि ‘ये शोध-प्रतिशोध का खेल नहीं, बल्कि समर्थ भारत का रौद्र रूप है।’पाकिस्तान PM मोदी के बयानों का मतलब बखूबी समझ रहा है और इसीलिए उसकी जान सूख रही है।
खास बात यह है कि पाकिस्तान में हार का जश्न मनाने की पुरानी परंपरा रही है। भारत से जंग में बार-बार पिटने के बावजूद वह मानने को तैयार ही नहीं होता कि उसकी हार हुई है। जब पाकिस्तान के सियासतदानों और सेना को मुंह छिपाने की जगह नहीं मिलती, तो वे ऐसी धमकियों पर उतर आते हैं। लेकिन भारत के रौद्र रूप ने साफ कर दिया है कि अब गीदड़भभकियों से कुछ नहीं होगा। पाकिस्तान की ये धमकियां उसकी हताशा का सबूत हैं। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न सिर्फ पाकिस्तान की सैन्य ताकत को झटका दिया है, बल्कि उसके सियासी और फौजी नेतृत्व को भी बेनकाब कर दिया है।