पंचेत/धनबाद : पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा चिरकुंडा से पंचेत सड़क निर्माण के लिए अचानक आठ करोड़ राशि आवंटन कर देना क्षेत्र के लोगों को समझ में नहीं आ रहा है।
नेता हो या आम जनता सभी का कहना है यह सड़क वर्तमान में साफ सुथरा सुरक्षित है। कहीं पर भी टूटा-फूटा नहीं है। सड़क के दोनों किनारे नाली का आवश्यकता है। लेकिन विभाग द्वारा जबरन सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है। वह भी आठ करोड़ का जो यहां के जनता को समझ में नहीं आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है विभाग सड़क के ऊपर सड़क बनाकर सिर्फ पैसों की बंदर बांट कर रहा है।
सड़क निर्माण कार्य में काफी अनियमिताएं बढ़ती जा रही है। पुराने सड़क के ऊपर नई सड़क निर्माण के पहले पुराने सड़क पर जेसीबी से खुदाई कर देने से दोनों सड़क का पकड़ मजबूत होता। अभी बरसात में जिस प्रकार से सड़क निर्माण किया जा रहा है वह सड़क छह महीने से अधिक नहीं टिक पाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा पीडब्ल्यूडी विभाग अगर जल्द इस पर ध्यान नहीं देती है तो आम जनता सड़क पर बैठकर आंदोलन करेगा।
एक ही काम को दोबारा किया जा रहा है। रोड के ऊपर रोड बनाने की सरकार का जो पॉलिसी है, वह समझ में नहीं आ रहा है। बिना आवश्यकता रोड बनाने के कारण सड़क के दोनों ओर के दुकानदार गड्ढे में जा रहे हैं।
चॉंच से लेकर बुटबाड़ी तक नाली का निर्माण होना चाहिए था। अभी सड़क निर्माण का कोई आवश्यकता नहीं था। रोड काफी साफ सुथरा है कहीं पर भी टूटा- फूटा नहीं है। झारखंड सरकार सिर्फ पैसे की बंदर बांट करा रही है।
चिरकुंडा से लेकर पंचेत तक जो सड़क निर्माण किया जा रहा है, सही अनुपात कम नहीं किया जा रहा है। जनता के पैसों की बंदर बांट किया जा रहा है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
यह सड़क चिरकुंडा से पंचेत एवं नेहरू रोड को जोड़ा जाएगा। इसमें 300 मीटर की नली है। चौक चौराहे पर फाइबर ब्लॉक के ईट्टा बिछाना है। रोड के ऊपर रोड बनने के सवाल पर उन्होंने बताया यह रोड 6 वर्ष पूर्व बना था। यह 8 करोड़ का काम है। पूरा काम हमारे निगरानी एवं अनुपात अनुसार हो रहा है।