जोहानिसबर्ग : जी-20 लीडर्स समिट में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका की बहुराष्ट्रीय टेक कंपनी नैस्पर्स के चेयरमैन कूस बेक्कर और CEO फैब्रिसियो ब्लोइसी से मुलाकात की। इस बैठक में भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए निवेश बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल के अनुसार, बातचीत का मुख्य फोकस था एआई, स्टार्टअप इकोसिस्टम, स्पेस सेक्टर और उपभोक्ता तकनीक के नए अवसरों में निवेश बढ़ाना। जायसवाल ने बताया कि भारत में नास्पर्स की बढ़ती सफलता यह साबित करती है कि देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और स्टार्टअप संस्कृति लगातार मजबूत हो रही है।
इसी दौरान पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा-सुरक्षा, क्रिटिकल मिनरल्स, व्यापार और निवेश सहित कई क्षेत्रों में चल रहे सहयोग की समीक्षा की और इसे और आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका में बसे भारतीय मूल के टेक उद्यमियों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सभी को भारत से अपने जुड़ाव को और मजबूत करने और नए अवसरों पर साथ मिलकर काम करने की अपील की।
उन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि भारतीय मूल के टेक उद्यमियों के साथ उनकी बातचीत काफी उपयोगी रही। इन उद्यमियों ने फिनटेक, सोशल मीडिया, कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और मेडिकल डिवाइस जैसे क्षेत्रों में अपने काम के बारे में बताया। मोदी ने कहा कि उन्होंने इन उद्यमियों से भारत के साथ अपने सहयोग को और गहरा करने की बात कही है।
जोहानिसबर्ग के होटल में जुटे भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सांस्कृतिक छठा बिखेरते कई कार्यक्रम पेश किए। बच्चों ने गणेश प्रार्थना और शांति मंत्र का पाठ किया। वहीं, एक महिला कलाकार ने सुदूर महाद्वीप में गंगा की महिमा का बखान करते हुए भजन गाया। पीएम मोदी शुक्रवार सुबह दक्षिण अफ्रीका पहुंचे, जहां वाटरक्लूफ एयर फोर्स बेस पर उन्हें औपचारिक स्वागत दिया गया। यह पहली बार है जब G20 समिट अफ्रीका में आयोजित हो रहा है। भारत की अध्यक्षता में 2023 में अफ्रीकन यूनियन को भी G20 की सदस्यता मिली थी।
भारतीय कलाकारों की प्रस्तुतियों को देख प्रधानमंत्री अभिभूत नजर आए। उन्होंने सोशल मीडिया पर इनके फोटो और वीडियो जारी की और लिखा, दक्षिण अफ्रीका में भारत की शानदार सांस्कृतिक विविधता दिखी। यह बेहद गर्व की बात है कि भारतीय समुदाय अपनी जड़ों से जुड़ा है। भारतीय समुदाय के लोगों ने एकजुट भारत की लय नामक एक प्रस्तुति में देश के 11 राज्यों के लोक नृत्य पेश किए।
