मॉरीशस यात्रा पर पीएम मोदी, राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि भी होंगे

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंगलवार से शुरू हो रही मॉरिशस यात्रा को रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिहाज से अहम माना जा रहा है। दो दिवसीय यात्रा के दौरान पीएम मोदी की मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ मुलाकात में समुद्री सुरक्षा की मजबूती पर बातचीत होगी और समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

मॉरिशस के अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे के दौरान पीएम भारत द्वारा वित्तपोषित  20 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। मॉरिशस के अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे के दौरान पीएम भारत द्वारा वित्तपोषित  20 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। 

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरिशस में लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से नई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की भी घोषणा करेंगे। वे अपने मॉरिशस के समकक्ष नवीन रामगुलाम के साथ मिलकर सिविल सेवा कॉलेज भवन का उद्घाटन करेंगे। इस भवन का निर्माण लगभग 4.75 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से पूरा हुआ है। इस परियोजना के लिए 2017 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे।

साथ ही पीएम मोदी क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र और 20 सामुदायिक परियोजनाओं का भी ई-उद्घाटन करेंगे। इनका निर्माण लगभग 7 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इन सामुदायिक परियोजनाओं में खेल-संबंधी बुनियादी ढांचा भी शामिल है।

मॉरिशस के पीएम रामगुलाम के साथ बैठक के दौरान पीएम मोदी चागोस द्वीप समूह के मुद्दे पर मॉरिशस की संप्रभुता का समर्थन करेंगे। ब्रिटेन के चागोस द्वीप समूह मॉरिशस को सौंपने के लिए तैयार होने के बाद हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी वहां अमेरिकी मौजूदगी का समर्थन जता चुके हैं। हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर नियंत्रण के लिहाज से भारत वहां अमेरिकी मौजूदगी का समर्थन करता है।

पीएम मोदी मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि भी होंगे। मॉरिशस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि यह यात्रा अतीत की नींव पर दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया और उज्ज्वल अध्याय खोलेगी। 
उन्होंने कहा, लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास और विविधता हमारी ताकत है। बीते 10 साल में हमने लोगों को ध्यान में रखकर महत्वपूर्ण प्रगति की है। मॉरिशस करीबी पड़ोसी, हिंद महासागर में प्रमुख साझेदार और अफ्रीका महाद्वीप का प्रवेश द्वार है। हम इतिहास, भूगोल व संस्कृति को साझा करते हैं।