नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपनी सिंगापुर यात्रा शुरू की। इसका मकसद द्विपक्षीय मित्रता को मजबूत करना, रणनीतिक साझेदारी को गहरा करना और दक्षिण पूर्व एशियाई देश से निवेश आकर्षित करना है। पीएम मोदी ब्रुनेई की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा समाप्त करने के बाद सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर इस दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की अपनी पांचवीं आधिकारिक यात्रा के तहत यहां पहुंचे हैं। सिंगापुर के प्रधानमंत्री वोंग ने रात्रिभोज के लिए अपने श्री तेमासेक बंगले पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग की उपस्थिति में सिंगापुर में डिजिटल प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और चिकित्सा, शैक्षिक सहयोग और कौशल विकास तथा भारत-सिंगापुर सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र साझेदारी के क्षेत्र में भारत और सिंगापुर के बीच कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। आपके प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद यह हमारी पहली मुलाकात है। मेरी तरफ से आपको बहुत-बहुत बधाई। मुझे विश्वास है कि 4G के नेतृत्व में सिंगापुर और भी तेजी से प्रगति करेगा। सिंगापुर सिर्फ एक देश नहीं है, सिंगापुर हर विकासशील देश के लिए एक प्रेरणा है। हम भी भारत में कई सिंगापुर बनाना चाहते हैं और मुझे खुशी है कि हम इस दिशा में मिलकर प्रयास कर रहे हैं। हमारे बीच जो मंत्रिस्तरीय गोलमेज बैठक हुई है, वह एक पथ-प्रदर्शक व्यवस्था है।”
प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के उद्योगपतियों से भी मिलेंगे और देश के सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े लोगों से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र का दौरा भी करेंगे। इस दौरान सेमीकंडक्टर क्षेत्र में जनशक्ति कौशल के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे।