झालावाड़ : झालावाड़ में एक दंपती ने अपने दो बच्चों को पहले मार डाला। इसके बाद फांसी लगाकर जान दे दी। एक ही परिवार में चार लोगों की मौत से गांव में मातम पसर गया। मामला गंगधार क्षेत्र के जैताखेड़ी गांव का है। परिवार ने आत्महत्या क्यों किया, इसका खुलासा नहीं लग पाया है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
जानकारी के अनुसार, फांसी के फंदे पर तीन शव मिले और सात साल के बच्चे का शव बिस्तर पर पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि सबसे पहले अपने दो वर्षीय बालक का गला घोंटा, उसके बाद दंपती नागू सिंह और उसकी पत्नी संतोष और एक सात वर्षीय बालक युवराज ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की वजह प्रथम दृष्टया पैतृक जमीन को लेकर चला आ रहा पारिवारिक गृह क्लेश माना जा रहा है।
ग्रामीणों और पुलिस का कहना कि पति नाथू सिंह जमीन को बेचना चाह रहा था। लेकिन उसके ससुराल वाले मना कर रहे थे। इसको लेकर गृह क्लेश चल रहा था। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है।
पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि गंगधार थाना क्षेत्र के जैताखेड़ी गांव निवासी नाथू सिंह पुत्र शिव सिंह उसकी पत्नी संतोष और एक सात वर्षीय बालक युवराज एवं दो वर्षीय बालक एक साथ रहते थे। इनकी पैतृक जमीन को लेकर परिवार में ही विवाद चल रहा था। इसी गृह क्लेश के चलते नाथू सिंह उसकी पत्नी संतोष और सात वर्षीय बालक युवराज ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले इन्होंने दो वर्षीय बालक का भी गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया।