राजस्थान : पीड़ित ही निकला 14 लाख की लूट का मास्टरमाइंड

rajasthan-jhujhunu-loot

 झुंझुनूं : राजस्थान के झुंझुनूं जिले में 14 लाख रुपये की कथित लूट की साजिश का खुलासा करते हुए पुलिस ने मास्टमाइंड सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस सनसनीखेज मामले का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि खुद शिकायतकर्ता वाहिद निकला, जिसने शादी के कर्ज और आर्थिक दबाव से परेशान होकर यह फर्जी लूट की कहानी रची थी।

बिसाऊ क्षेत्र में महनसर रोड पर हुई इस घटना की जानकारी 6 मई 2025 को पुलिस को दी गई थी। परिवादी वाहिद पुत्र मोहम्मद उमर, निवासी रामगढ़ सेठान, ने रिपोर्ट में बताया कि वह झुंझुनूं से अनाज के 15 लाख रुपये लेकर रोडवेज बस से बिसाऊ आया। एक लाख रुपये ई-मित्र को देने के बाद बाकी 14 लाख रुपये उसने अपनी स्कूटी की डिग्गी में रखकर रामगढ़ शेखावाटी के लिए रवाना हुआ। रास्ते में दो अज्ञात बाइक सवार युवकों ने पिस्तौल दिखाकर उसकी स्कूटी, नकदी और मोबाइल फोन लूट लिए।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाहक एसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने विशेष टीमें गठित कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कॉल डिटेल्स व लोकेशन के आधार पर गहन जांच की। जांच के दौरान पुलिस को संदेहास्पद गतिविधियों और कॉल डिटेल्स के आधार पर जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के हिंगोनिया निवासी अयान पठान और उसके साथी ताहिर पठान तक पहुंच मिली। पुलिस ने अयान को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि यह पूरा घटनाक्रम शिकायतकर्ता वाहिद की साजिश थी।

अयान ने बताया कि वाहिद ने उसे और ताहिर को 2 लाख रुपये देने का वादा कर नकली लूट का ड्रामा रचवाया। स्कूटी की डिग्गी से सिर्फ 2 लाख रुपये ही निकाले गए, जबकि बाकी 12 लाख रुपये वाहिद ने पहले ही छिपा दिए थे। वाहिद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि वह रामगढ़ की अनाज मंडी में व्यापारी भवानी सिंह के यहां पिछले ढाई साल से अकाउंट्स का काम देख रहा था। आरोपी पर 10 लाख से अधिक का कर्ज था और छह महीने पहले हुई शादी के खर्च ने उसकी आर्थिक हालत और बिगाड़ दी थी। इसी दबाव में उसने यह अपराध रचा।

पुलिस ने अब तक दो आरोपियों वाहिद और अयान  को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा आरोपी ताहिर पठान अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीमें गुजरात और महाराष्ट्र में दबिश दे रही हैं। लूट में प्रयुक्त बाइक और शेष राशि की बरामदगी अभी बाकी है। इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि आर्थिक तनाव और कर्ज किस हद तक इंसान को अपराध की ओर धकेल सकता है। पुलिस ने इस फर्जी लूट का पर्दाफाश कर एक बड़ी साजिश को समय रहते बेनकाब कर दिया।