नई दिल्ली : राजस्थान के टोंक जिले में बुधवार को देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान थप्पड़ कांड ने बवाल काट दिया. कांग्रेस के बागी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारे जाने के बाद मामला दिनभर गर्म रहा. शाम होते-होते स्थिति और बिगड़ गई जब पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया. इस घटना से नाराज समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और बवाल काट दिया. उधर आरोपी नरेश मीणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया
असल में जानकारी के मुताबिक, हिरासत में लिए जाने के कुछ घंटों बाद ही आरोपी नरेश मीणा पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. चौंकाने वाली बात यह है कि उसने महिला के कपड़े पहनकर भागने का प्रयास किया. स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इस घटना की भनक तक नहीं लगी. घटना के बाद पुलिस टीमें आरोपी की तलाश में जुट गईं और आसपास के इलाकों में नाकाबंदी की गई, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है.
इस बीच आरोपी के समर्थकों और समरावता गांव में प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़क उठा. नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस के वाहनों में आग लगा दी और पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. घटनास्थल पर स्थिति इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी. कई पत्रकार और पुलिसकर्मी इस दौरान घायल हो गए हैं.
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है. जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा और एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने मामले की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है. बूंदी जिले से अतिरिक्त पुलिस बल को टोंक भेजा गया है. नैनवा उपखंड क्षेत्र के पुलिस प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है. घटनास्थल पर दो एंबुलेंस भेजी गईं और घायलों का इलाज चल रहा है. पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है.
मामला देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव का है, जहां निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान के दौरान एसडीएम अमित चौधरी पर हमला कर दिया था. दोपहर में विवाद तब शुरू हुआ जब समरावता गांव में स्थानीय लोगों ने अपनी मांगों को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया था. स्थिति को संभालने पहुंचे एसडीएम के साथ विवाद होने पर नरेश मीणा ने उनका कॉलर पकड़कर थप्पड़ जड़ दिया, जिससे माहौल गर्मा गया और इसके बाद यह हिंसक बवाल खड़ा हो गया.