गुजरात : कांग्रेस महासचिव राजेश सोनी गिरफ्तार, विवादित पोस्ट करने का आरोप

Rajesh-Soni

गांधीनगर : गुजरात कांग्रेस महासचिव राजेश सोनी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। उन पर सोशल मीडिया पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर गुमराह करने वाले और सेना का मनोबल तोड़ने वाले पोस्ट डालने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की सख्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सोनी के खिलाफ गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद राज्य के अपराध जांच विभाग की साइबर अपराध शाखा ने शुक्रवार तड़के उन्हें गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई उनके उस पोस्ट को लेकर हुई, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में चलाए गए आतंकवाद विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सवाल उठाए थे। यह ऑपरेशन 7 से 10 मई के बीच हुआ था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस पर भी जवाबी हमले किए थे।

सीआईडी (साइबर अपराध) के पुलिस अधीक्षक भरत सिंह टांक ने बताया कि सोनी पर आरोप है कि उन्होंने फेसबुक पर भ्रामक पोस्ट डालकर सेना का मनोबल गिराया और भारत की संप्रभुता को खतरे में डाला। पुलिस ने बताया कि कांग्रेस नेता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 (भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्य) और 353(1)(ए) (जनता को भड़काने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

बीएनएस धारा 353 (1) (ए) का उपयोग उन लोगों पर किया जा सकता है, जो जानबूझकर झूठी जानकारी, अफवाह या बयान इस इरादे से फैलाते हैं कि इससे किसी अधिकारी या सैनिक का मनोबल टूटे या वे अपने कर्तव्य का पालन न करें। बीएनएस की धारा 152 के तहत अधिकतम सजा उम्रकैद से लेकर सात साल तक की हो सकती है, साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

प्राथमिकी में सोनी के दो फेसबुक पोस्ट का जिक्र है। एक पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइटर जेट पायलट की वर्दी में पोस्टर की तस्वीर साझा की थी, जो ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित थी। इस पोस्ट में गुजराती में लिखा था, कृपया ध्यान दें कि सैनिकों को कोई श्रेय नहीं मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर में राफेल उड़ाने की लागत से दोगुना खर्च उनके प्रचार पर किया जाएगा।’ प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि एक अन्य पोस्ट में उन्होंने तथ्यों की जानकारी होने के बावजूद लोगों को यह कहते हुए भड़काने की कोशिश की कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत सरकार ने आत्मसमर्पण कर दिया था।

टांक ने कहा, हमने सोनी को ऐसे पोस्ट डालने के लिए गिरफ्तार किया है जिनसे सशस्त्र बलों का मनोबल टूट सकता है और सैनिकों को यह संदेश जा सकता है कि उनका योगदान और बलिदान व्यर्थ जा रहा है। राजेश सोनी की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही गुजरात कांग्रेस के नेता तुरंत गांधीनगर स्थित सीआईडी कार्यालय पहुंचे।

गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि सोनी को ऐसे गिरफ्तार किया गया जैसे वह कोई आतंकवादी हों। उन्होंने कहा, अगर उनके पोस्ट देखें तो वे केवल यह कह रहे थे कि सैनिकों की वीरता का श्रेय केवल उन्हें मिलना चाहिए और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर प्रचार और राजनीतिक लाभ के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।