रांची : पिछले दिनों से ही इस बात की चर्चा थी कि इलाके में बाघ देखा गया है। लोग दहशत में थे। सिल्ली प्रखंड के कोचो पंचायत के मारदू गांव निवासी पुरंदर को क्या पता था कि उनका व उनके बच्चों का सामना बाघ से हो जाएगा।
सामना हुआ लेकिन जिस साहस का परिचय देते हुए उन्होंने बच्चों को बाघ से बचाया और दरवाजे की कुंडी बंद कर कमरे में बाघ को कैद कर दिया, इसकी चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
स्थिति कुछ ऐसी थी कि कुछ भी हो सकता था। बाघ अगर हमलावर हो जाता तो क्या होता। यह सोचकर वह अब भी सिहर उठते हैं। वह क्या, जो कोई भी इस वाकये को सुन रहा है उसके शरीर में सिहरन दौड़ जा रही है।