नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को बांग्लादेश और भूटान के अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की. बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से अलग ये मुलाकात हुई.
बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद के साथ अपनी बातचीत के बाद जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, नई दिल्ली में बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. हसन महमूद से मिलकर खुशी हुई. लगातार उच्च स्तरीय विनिमय भारत-बांग्लादेश मैत्री की ताकत को दर्शाता है. इसे और प्रगाढ़ करने के तौर-तरीकों पर चर्चा हुई.
भूटान के विदेश मंत्री से मुलाकात : वहीं भूटान के विदेश मंत्री डीएन धुंग्येल के साथ अपनी बातचीत के बारे में जयशंकर ने कहा कि भारत और भूटान के बीच मित्रता और सद्भावना के अनूठे संबंधों को आगे ले जाने पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया.
थारका बालासूरिया के साथ भी बैठक : उन्होंने लिखा कि बिम्सटेक बैठक के अवसर पर भूटान के विदेश मंत्री डीएन धुंग्येल के साथ बातचीत कर प्रसन्नता हुई. हमारे अनूठे संबंधों को आगे बढ़ाने पर हमने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया. विदेश मंत्री ने श्रीलंका के विदेश राज्य मंत्री थारका बालासूरिया के साथ भी बैठक की.
द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा : जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा कि बिम्सटेक के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान श्रीलंका के विदेश राज्य मंत्री थारका बालासूरिया का स्वागत कर प्रसन्नता हुई. हमारी द्विपक्षीय साझेदारी पर चर्चा हुई. भारत के अलावा बिम्सटेक में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं.
म्यांमार में लोकतंत्र की वापसी का समर्थन : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को म्यांमार के अपने समकक्ष यू थान स्वे से कहा कि भारत म्यांमार में लोकतंत्र की वापसी का समर्थन करता है. साथ ही उन्होंने म्यावाड्डी शहर में साइबर घोटाले में शामिल गिरोहों द्वारा अवैध रूप से हिरासत में लिए गए भारतीयों की शीघ्र वापसी पर भी जोर दिया. यू थान स्वे के साथ बैठक में जयशंकर ने भारत-म्यांमार सीमा पर अवैध मादक पदार्थों के प्रवाह, हथियारों के व्यापार और विद्रोही समूहों की गतिविधियों का मुद्दा भी उठाया.