नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को बिहार भाजपा के नए अध्यक्ष के नाम का एलान कर दिया। दरभंगा से विधायक संजय सरावगी को पार्टी ने बिहार की कमान सौंपी है। वह दिलीप जयसवाल की जगह लेंगे। इससे पहले रविवार को भाजपा ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के नाम का एलान किया था। पार्टी ने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके बाद सोमवार को बिहार भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए संजय सरावगी को राज्य की कमान सौंप दी है।
बता दें कि संजय सरावगी दरभंगा शहरी क्षेत्र से लगातार पांच बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। इससे पहले वह बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं। संजय सरावगी ने 2025 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था। इसके बाद से वह लगातार इस सीट से चुनते आ रहे हैं।
कौन हैं संजय सरावगी : संजय सरावगी जन्म 1969 में हुआ था। उन्होंने ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय से एमए तक की पढ़ाई की है। संजय की राजनीतिक शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में नगर निगम में वार्ड नम्बर 6 से वार्ड पार्षद का चुनाव जीतकर पहली बार वार्ड पार्षद बने थे। संजय सरावगी ने फरवरी 2005 में और फिर अक्तूबर 2005 में, फिर 2010 में दरभंगा से निकटतम राजद उम्मीदवार को 26,000 मतों के अंतर से हराकर दरभंगा के नगर विधायक बने थे। उसके बाद से लगातार विधायक बने हुए है।
उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में फिर से महागठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व मेयर ओमप्रकाश खेरिया को 7000 मतों के अंतर से हराया। अप्रैल 2018 में उन्हें प्रकल्प समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने फिर से राजद उम्मीदवार अमरनाथ गामी को 10,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया। 2025 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर वह इस सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे। अब भाजपा ने उन्हें राज्य मुख्य की जिम्मेदारी सौंपी है।
संजय सरावगी व्यवसायिक पृष्ठभूमि से आते हैं। उनके पिता का परमेश्वर लाल हैं। संजय सरावगी की पत्नी शोभा सरावगी गृहणी हैं। संजय सरावगी विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के साथ हुई बकझक कर बाद से भाजपा के फायर ब्रांड विधायक के रूप में उभरे थे। भाजपा ने इन्हें अभी हाल ही महाराष्ट्र के चुनाव और दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भी लगाया था। जहां इन्होंने प्रचार किया वहां का परिणाम भी भाजपा के पक्ष में आया था। वहीं, दरभंगा में एम्स के शिलान्यास और अभी भागलपुर में प्रधानमंत्री के दौरे में तैयारी में भी संजय सरावगी को लगाया गया था।
