नई दिल्ली : निजी बैंकों में बिकवाली और वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के चलते शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन सेंसेक्स में करीब 466 अंक की गिरावट दर्ज की गई।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 465.75 अंक या 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,938.71 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 498.8 अंक या 0.59 प्रतिशत गिरकर 83,905.66 अंक पर आ गया। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 155.75 अंक या 0.60 प्रतिशत गिरकर 25,722.10 पर आ गया।फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की ओर से अमेरिकी मुद्रास्फीति के लक्ष्य स्तर से ऊपर रहने व श्रम बाजार में अनिश्चितताओं के संकेत देने के बाद रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 47 पैसे टूटकर 88.69 पर बंद हुआ
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल : सेंसेक्स की कंपनियों में इटर्नल, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, ट्रेंट और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से पिछड़ गए। वहीं, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी और भारतीय स्टेट बैंक को लाभ हुआ।
यूरोपीय बाजारों में दिखी गिरावट : एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। गुरुवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक दायरे में बंद हुए।
ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 64.80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा : वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत घटकर 64.80 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 3,077.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालाँकि, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) खरीदार रहे, जिन्होंने पिछले कारोबार में 2,469.34 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। गुरुवार को सेंसेक्स 592.67 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 84,404.46 पर बंद हुआ। निफ्टी 176.05 अंक या 0.68 प्रतिशत गिरकर 25,877.85 पर बंद हुआ।

 
		 
		