SNMMCH : “अस्पताल में नालियां या नालियों में अस्पताल”, नालों के गंदे पानी को पार करना जरूरी? 

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धनबाद : SNMMCH में बजबजाती नालियां और बदबूदार पानी आपका स्वागत करती है.… इस दरिया को पार करने के बाद ही आप स्वास्थ्य लाभ को प्राप्त कर सकेंगे? यह व्यवस्था कोयलांचल धनबाद में सिर्फ शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में उपलब्ध है! आपको यह नजारा धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल SNMMCH के मुख्य द्वार पर पहुँचते ही दिखने लगेगा। क्योंकि यहाँ की सड़कों को नालियों से बह रही गंदे पानी सड़कों को भिगोती दिखेगी। इसे पार करने के बाद ही अस्पताल परिसर में एंट्री मिलती है।

*SNMMCH : "अस्पताल में नालियां या नालियों में अस्पताल", नालों के गंदे पानी को पार करना जरूरी?*👉👉 newsxpoz.com/snmmch-nliyo…SNMMCH में बजबजाती नालियां और बदबूदार पानी आपका स्वागत करती है. … इस दरिया को पार करने के बाद ही आप अपने स्वास्थ्य लाभ को प्राप्त कर सकेंगे?  यह व्यवस्था कोयलांचल में सिर्फ शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में उपलब्ध है!

NewsXpoz (@newsxpoz.bsky.social) 2025-06-02T08:25:56.423Z

हालाँकि इसके बाद के हालात और भी बदतर है, क्योंकि अस्पताल अधीक्षक के सरकारी आवास वाले गेट पर भी इसी प्रकार की स्थिति देखने को मिलती है। इसी जगह पर नौनिहालों को जन्म देने वाली माताओं का भी आना-जाना लगा रहता है। हम मजाक नहीं कर रहे हैं… बल्कि साफ़-सफाई देखने वाले जिम्मेवारों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि अस्पताल की सड़कों पर भला ऐसी लापरवाही और निष्क्रियता देखकर भी आँखे क्यूँ नहीं खुल रही है?

इन गंदे और बदबूदार नालियों से बहते हुए कीटाणुयुक्त परिवेश में भला कोई मरीज इलाज कराने के बाद भी स्वस्थ कैसे हो सकता है? एक तरफ जहां लाखों रुपए खर्च कर अस्पताल परिसर की सफाई और स्वच्छता के लिए दर्जनों लोगों को प्रतिनियुक्त किया गया है, तो ऐसी लापरवाही क्यों बरती जा रही है? यह स्थिति अस्पताल परिसर में एक-दो स्थान पर नहीं है, बल्कि कई जगहों पर नालियां बजबजा रही है और लोगों के लिए तकलीफदेह साबित हो रही है। नालियां अस्पताल प्रबंधन के क्रियाकलापों को दर्शाते हुए बता रही है कि प्रबंधन कितना सजग है।

ऐसा क्यों हो रहा है. … इसका जवाब तो अस्पताल प्रबंधन के पास ही होगा, क्योंकि जब अधीक्षक आवास के गेट पर नालियां बजबजा कर सड़कों पर बह रही हो, तो भला मरीजों के आने जाने वाले रास्ते में बहने वाली नालियों की बिसात क्या? गौर करने वाली बात यह है कि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री समय-समय पर SNMMCH का दौरा कर अधिकारियों और प्रबंधन को लगातार चौकातें रहे है, परन्तु इस अराजकता को सुलझाया नहीं जा सका। ऐसे में मरीजों को इलाज कराने के बाद कितना स्वास्थ्य लाभ मिल सकेगा? इसका जवाब अस्पताल प्रबंधन ही दे सकता है।