NASA : अंतरिक्ष यात्रियों के बिना स्टारलाइनर विमान हुआ रवाना, सुनीता और विल्मोर की वापसी टली 

Starliner-Sunita-Williams

नई दिल्ली : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक मिशन पिछले कुछ समय से दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस अभियान का ताल्लुक भारत से भी है। नासा के दो अंतरिक्ष यात्री, भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और अमेरिकी बैरी बुच विल्मोर आठ दिन की अंतरिक्ष यात्रा पर गए थे, लेकिन वे वहां तीन महीने से स्पेस स्टेशन में अटके हैं। जिस स्टारलाइनर विमान से दोनों यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन की उड़ान भरी थी, अब वह धरती पर वापसी के लिए तैयार है। तकनीकी खामी के चलते यह यान बिना किसी अंतरिक्ष यात्री के धरती पर लौटेगा। वहीं अब सुनीता और बुच के फरवरी 2025 में वापसी की उम्मीद है।

नासा का मिशन-जिस पर सुनीता गईं : इसी साल 5 जून को नासा का बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन लॉन्च किया गया था। इस मिशन के तहत नासा ने अपने दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर को आठ दिन की यात्रा पर भेजा। दोनों को स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के जरिए मिशन में भेजा गया था।

मिशन का मकसद : यह अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली उड़ान थी। जिस मिशन पर सुनीता और बैरी हैं वो नासा का व्यावसायिक क्रू कार्यक्रम का हिस्सा है। दरअसल, नासा का लक्ष्य है कि वह अमेरिका के निजी उद्योग के साथ साझेदारी में अमेरिका से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक सुरक्षित, विश्वसनीय और कम लागत के मानव मिशन भेजे।

क्रू उड़ान परीक्षण के लक्ष्य : इस मिशन का लक्ष्य अंतरिक्ष स्टेशन पर छह महीने के रोटेशनल मिशन (बारी-बारी से मिशन) को अंजाम देने की स्टारलाइनर की क्षमता को दिखाना था। लंबी अवधि की उड़ानों से पहले तैयारी को परखने के लिए जरूरी परफॉर्मेंस डेटा जुटाया जा सके, इसके लिए क्रू उड़ान परीक्षण को बनाया गया था।

जिस स्टारलाइनर विमान से यात्री गए उसका क्या हुआ? : अंतरिक्ष स्टेशन के लिए स्टारलाइनर की उड़ान के दौरान, अंतरिक्ष यान के कुछ थ्रस्टर्स ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। थ्रस्टर्स’ आमतौर पर कम फोर्स वाले रॉकेट मोटर्स को कहा जाता है। थ्रस्टर्स के कमजोर प्रदर्शन के अलावा स्टारलाइनर के हीलियम सिस्टम में कई लीक भी देखे गए।

तब से, नासा और बोइंग ने अंतरिक्ष यान के बारे में अधिक जानने के लिए काफी समय लिया है। दोनों जमीनी परीक्षण और व्यापक डेटा विश्लेषण के जरिए ये जानकारी जुटा रहे हैं। ये पता कर रहे हैं कि चालक दल को कैसे और कब धरती पर वापस लाया जाए? इस बारे में सबसे अच्छा, सबसे सुरक्षित निर्णय कब लिया जाए?

इस जांच में अंतरिक्ष शटल कोलंबिया दुर्घटना के बाद स्थापित हुए संगठन शामिल थे। यह दुर्घटना 1 फरवरी, 2003 को हुई थी। यह दुर्घटना तब हुई थी जब कोलंबिया अंतरिक्ष यान पृथ्वी के वातावरण में वापस आ रहा था। इस दुर्घटना में सभी सात अंतरिक्ष यात्री मारे गए थे जिसमें भारतीय मूल की कल्पना चावला भी शामिल थीं।

क्यों आ रहा है अंतरिक्ष यात्रियों के बिना स्टारलाइनर वापस? : नासा ने अंतरिक्ष यान में अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता और बैरी के बिना स्टारलाइनर को वापस धरती पर भेजने का निर्णय लिया। नासा ने स्टारलाइनर की वापसी से जुड़ी गहन तकनीकी समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया। स्टारलाइनर के सिस्टम और मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए नासा के जो उच्च प्रदर्शन और सुरक्षा मानक हैं उनके बारे में एजेंसी अनिश्चित थी। इसको देखते हुए एजेंसी ने बैरी और सुनीता की वापसी के लिए जोखिम नहीं लिया।

क्या हुआ है स्टारलाइनर के साथ? : नासा और बोइंग सितंबर की शुरुआत में बिना चालक दल के स्टारलाइनर की वापसी की तैयारी शुरू कर दी थी। स्टारलाइनर 6 सितंबर को देर रात अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो जाएगा और शनिवार 7 सितंबर को दोपहर में न्यू मैक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर पर उतरेगा। स्टारलाइनर की वापसी सुरक्षित होने की उम्मीद है क्योंकि अंतरिक्ष यान ने पहले एक सफल मानवरहित प्रवेश और लैंडिंग पूरी की थी। उधर वापसी के दौरान, नासा-बोइंग टीम उड़ान की निगरानी करेगी और भविष्य की उड़ानों के लिए अंतरिक्ष यान को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त परफॉर्मेंस डेटा जुटाएगी।

स्टारलाइनर का क्या होगा? : नासा का वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम मिशन के दौरान जुटाए गए सभी स्टारलाइनर डेटा की सावधानीपूर्वक समीक्षा करेगा। इसके बाद यह निर्धारित किया जाएगा कि सिस्टम अंतरिक्ष स्टेशन से नियमित उड़ानों के लिए तैयार है या नहीं। यदि जरूरत पड़ी तो एजेंसी यह भी निर्धारित करेगी कि नासा के सर्टिफिकेशन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किन अतिरिक्त तत्वों की जरूरत हो सकती है।

बैरी और सुनीता की अंतरिक्ष स्टेशन पर क्या स्थिति है? : नासा के अनुसार, दोनों यात्री अंतरिक्ष स्टेशन पर सुरक्षित हैं। वे अभियान 71 के चालक दल के साथ मिलकर शोध और स्टेशन रखरखाव का काम कर रहे हैं। वे स्टारलाइनर परीक्षण और तकनीकी बैठकों में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।

दोनों अंतरिक्ष स्टेशन पर कितने समय तक रहेंगे? : बैरी और सुनीता फरवरी 2025 के अंत तक स्टेशन पर रहेंगे। नासा एजेंसी के स्पेसएक्स क्रू-9 मिशन की फिर से योजना बना रहा है और सितंबर के अंत में चार के बजाय केवल दो क्रू सदस्यों को लॉन्च करेगा। बैरी और सुनीता क्रू-9 में बाकी दो सदस्यों के साथ पृथ्वी पर वापस आएंगे।

क्या सुनीता और बैरी लंबे समय तक रहने के लिए तैयार हैं? : दोनों ने पहले भी स्टेशन पर दो लंबा समय बिताया है। नासा का कहना है कि उसके अंतरिक्ष यात्री विभिन्न परिस्थितियों के बारे में पूरी तरह से जानते हुए मिशन पर निकलते हैं। यह मिशन भी अलग नहीं है और उन्होंने संभावनाओं और अज्ञात चीजों को समझा है। इसमें योजना से अधिक समय तक स्टेशन पर रहना भी शामिल है।

क्या बैरी और सुनीता अंतरिक्ष स्टेशन पर अकेले हैं? : नहीं। बैरी और सुनीता एक्सपीडिशन 71 चालक दल के साथ जुड़ गए हैं, जिसमें नासा के साथ-साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं।

अंतरिक्ष स्टेशन पर कोई व्यक्ति कितने दिन रह सकता है? : अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर एक व्यक्ति का सामान्य प्रवास लगभग छह महीने का होता है। नासा के अंतरिक्ष यात्री लंबी अवधि के मिशनों के लिए भी अंतरिक्ष स्टेशन पर रह चुके हैं। पिछले मिशनों ने नासा को लंबी अवधि के अंतरिक्ष यान और मानव शरीर पर इसके प्रभावों के बारे में बहुत सारा डेटा दिया है।इसे एजेंसी किसी भी मानवयुक्त मिशन पर लागू करती है।

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर सबसे लंबे समय तक रहने का रिकॉर्ड रूसी रूसी सोयुज एमएस-22/23 अंतरिक्ष यान के चालक दल के सदस्यों के नाम है। इनमें नासा के अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्री पेटेलिन शामिल थे। इन्होंने अंतरिक्ष में 371 दिन बिताए थे। वे एक टूटे हुए अंतरिक्ष यान के कारण अंतरिक्ष स्टेशन  पर रुके रहे। एमएस-22 में शीतलक रिसाव हो गया और रूस ने अंततः चालक दल को वापस लाने के लिए एक नया सोयुज, एमएस-23 विमान भेजा। इसके चलते चालक दल को छह महीने की जगह 12 महीने तक स्टेशन पर रहना पड़ा था।

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