वॉशिंगटन : सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। अब उनको धरती पर लाने के लिए नासा और स्पेसएक्स का क्रू-9 मिशन लॉन्च हो चुका है। इसी के तहत, स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल में यात्रा करके नासा के निक हेग और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के कॉस्मोनाट अलेक्जेंडर गोरबुनोव रविवार को सफलतापूर्वक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंचे। आईएसएस पहुंचने पर सभी ने हेग और गोरबुनोव का उत्साह के साथ स्वागत किया।
बता दें, सुनीता और विल्मोर इस साल जून में आईएसएस गए थे। तब से वह वहां ही रुके हुए हैं। उन्हें वापस लाने के लिए क्रू-9 मिशन की लॉन्चिंग पहले 26 सितंबर को होनी थी। मगर, फ्लोरिडा के खाड़ी तट पर तूफान की स्थिति बनने से मौसम काफी खराब हो गया था, जिस वजह से लॉन्चिंग को रोक दिया गया था। बाद में इसे 28 सितंबर को लॉन्च किया गया था।
विलियम्स और विल्मोर की धरती पर वापसी अगले साल फरवरी में होगी। नासा-स्पेसएक्स मिशन फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद सुरक्षित रूप से ऑर्बिट में पहुंचा। यह मिशन स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स-40 से लॉन्च होने वाली पहली मानव स्पेसफ्लाइट है। जैसे ही क्रू-9 मिशन के ड्रैगन कैप्सूल को स्पेस स्टेशन से डॉक किया गया तो एक्सपेडिशन-72 चालक दल, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने हेग और गोरबुनोव को बधाई दी।
निक हेग और कॉस्मोनाट अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने शाम सात बजकर चार मिनट पर अंतरिक्ष स्टेशन में प्रवेश किया। यहां इनका स्वागत एक्सपेडिशन-72 चालक दल ने किया, जिसमें नासा के अंतरिक्ष यात्री मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट, जेनेट एप्स, डॉन पेटिट, बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स के साथ-साथ रोस्कोस्मोस कॉस्मोनॉट्स अलेक्जेंडर ग्रीबेंकिन, एलेक्सी ओवचिनिन और इवान वैगनर शामिल थे।