उत्तराखंड : केदारनाथ यात्रा पर कुदरत का कहर, अगले आदेश तक पैदल मार्ग भी स्थगित!

Uttrakhand-Kedarnath

देहरादून : उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा एक बार फिर प्रकृति के प्रकोप की चपेट में आ गई है। 14 जून की देर रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने केदारनाथ धाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया है। जंगलचट्टी के पास एक छोटी नदी में अचानक आए उफान के कारण भारी मलबा और पत्थर गिरने से केदारनाथ जाने वाला पैदल मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।

रुद्रप्रयाग पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जंगलचट्टी क्षेत्र में गधेरे (छोटी नदी) के उफान पर आने से भारी मात्रा में मलबा और चट्टानें पैदल मार्ग पर आ गिरी हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस ने कहा, “जंगलचट्टी के पास गधेरे में मलबा और पत्थर गिरने से केदारनाथ धाम जाने वाला मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है।

इसके चलते सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाले मार्ग को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।” पुलिस ने यह भी आश्वस्त किया है कि जो श्रद्धालु सड़क क्षतिग्रस्त होने से पहले केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो चुके थे, उनकी प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

रुद्रप्रयाग पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी शेयर करते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे जहां हैं वहीं सुरक्षित रहें और पास के होटल, धर्मशालाओं या सुरक्षित स्थलों में ठहरने की सलाह दी गई है। पुलिस ने यह भी बताया कि जो श्रद्धालु मार्ग में पहले से यात्रा कर रहे थे, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

उन्हें वापस लाने या सुरक्षित स्थलों तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। पुलिस ने लोगों से अग्रिम आदेशों तक सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाली पैदल यात्रा स्थगित रखने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त मार्ग के बावजूद पहले से यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

इस बीच, रुद्रप्रयाग जिले में रविवार तड़के हुए हुए हेलिकॉप्टर हादसे के बाद चारधाम यात्रा मार्ग पर हेलिकॉप्टर सेवाओं को दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया। इस हेलिकॉप्टर हादसे में 7 यात्रियों की बुरी तरह जलकर मौत हो गई, जिसमें एक बच्ची भी शामिल थी।