नई दिल्ली : देश के नए उपराष्ट्रपति के लिए आज चुनाव होगा, एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन उम्मीदवार हैं तो विपक्ष की ओर से बी सुदर्शन रेड्डी मैदान में हैं. उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए NDA ने ठोस रणनीति बनाई है.
उपराष्ट्रपति पद के लिए आज होने वाले चुनाव में BJD और BRS शामिल नहीं होगी. साथ ही शिरोमणि अकाली दल ने भी वोटिंग में शामिल ना होने का ऐलान किया है, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है. चुनाव को लेकर एनडीए ने खास रणनीति बनाई है. उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को सुबह 10 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे समाप्त होगा.
चुनाव से एक रात पहले संसद भवन में एनडीए सांसदों की बैठक हुई जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए. बैठक में पीएम मोदी ने NDA उम्मीदवार की जीत को तय बताया. एनडीए की ओर से मैन टू मैन मार्किंग रणनीति अपनाई जा रही है. आज शाम को ही वोटिंग के बाद चुनाव के नतीजे घोषित होंगे
उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य मतदान करते हैं. इस लिहाज से दोनों सदनों के कुल सांसदों की संख्या 781 है. इस लिहाज से जीत के लिए 392 सांसदों का समर्थन चाहिए. CP राधाकृष्णन को एनडीए के ‘नंबर गेम’ पर अपनी जीत साफ दिख रही है. NDA के पास लोकसभा में 293 और राज्यसभा में 132 सांसदों का समर्थन है. इस तरह 425 सांसदों का समर्थन साफ है. इससे एनडीए की जीत तय मानी जा रही है, लेकिन 2022 में एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को मिले 528 वोटों की तुलना में जीत का मार्जिन कम होगा.
वरिष्ठ बीजद नेता संजय दास बर्मा ने सोमवार को साफ किया कि आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने का पार्टी का फैसला बीजद अध्यक्ष और ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने लिया. इसका मकसद ओडिशा के हितों को राजनीतिक हितों से ऊपर रखते हुए इंडिया गठबंधन और एनडीए दोनों से समान दूरी बनाए रखना है.
वहीं बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने सोमवार को कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग न लेने का निर्णय राज्य में यूरिया की कमी को लेकर तेलंगाना के किसानों की पीड़ा की अभिव्यक्ति है.