यूपी : बिजली विभाग की लापरवाही, करंट ने बुझा दिए दो घरों के चिराग

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झांसी : करंट लगने की दो आग-अलग घटनाओं में बुधवार को दो मासूम भाइयों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। पहली घटना झांसी के आजादपुर मोहल्ले में सुबह पांच बजे घर के छज्जे का जाला साफ करते समय सरिया पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। इस घटना में मां-बेटे और दादी की जान चली गई। दूसरी घटना शाम चार बजे चिरगांव में हुई जहां अवैध रूप से खींची गई विद्युत लाइन की चपेट में आकर दो सगे भाइयों की जान चली गई।

आजादपुरा मोहल्ला निवासी दया किशोर की घर में किराने की दुकान है। दुकान उनका बेटा प्रवीण (26) संभालता था। दया किशोर ने पुलिस को बताया सुबह करीब पांच बजे प्रवीण घर की दूसरी मंजिल पर छज्जे पर सफाई कर रहा था। वहां जाला लगा था। 

उसे हटाने के लिए प्रवीण ने झाडू के साथ वहां पड़ा सरिया बांध दिया। जाला हटाते समय अचानक सरिया छज्जे से करीब तीन फीट दूर हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। इसके टकराते ही प्रवीण करंट की चपेट में आकर तड़पने लगा। 

यह देख वहां खड़ी उसकी मां रंजना (50) और दादी विमला (77) शोर मचाते हुए बचाने दौड़ीं। उन दोनों ने जैसे ही प्रवीण को पकड़कर खींचना चाहा, वे भी करंट की चपेट में आ गई। अचेत हाल में तीनों की मेडिकल अस्पताल भेजा गया। कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई।

उधर, चिरगांव थाना क्षेत्र के बिठरी गांव में घर के बाहर खेल रहे दो सगे भाई मयंक (5) और आरव (3) अवैध रूप से खींची गई विद्युत लाइन की चपेट में आकर अचेत हो गए। दोनों को सीएचसी ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया। 
विद्युत वितरण खंड ग्रामीण के उपखंड अधिकारी अक्षय कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित सफेद तार से उतरे करंट की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हुई है। इस मामले की जांच कराकर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। पीड़ित दंपती के दो ही बच्चे थे, जो अब इस दुनिया में नहीं है। दोनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

लाइनलॉस कम करने के लिए बिजली विभाग ने सफेद तार पर प्रतिबंध किया हुआ है। बावजूद इसके देहात क्षेत्रों में इसका धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। हालांकि विभाग इस पर रोक लगाने के लिए तमाम दावे कर रहा है, और उपयोग करने वालों पर एफआईआर की बात कह रहा है। लेकिन सवाल यह है कि यदि सफेद तार के उपयोग पर सख्ती की गई होती तो शायद चिरगांव क्षेत्र में दो मासूम की मौत हुई है, वह नहीं होती। इस मामले में अब विभाग कठघरे में हैं।

दीपावली की सफाई के नाम पर एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बुधवार सुबह घर की सफाई के दौरान करंट लगने से बेटे, मां और दादी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे मोहल्ले में शोक की लहर है, वहीं मृतकों के परिजन गहरे सदमे में हैं। उधर चिरगांव में करंट की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की माैत हो गयी।

परिजनों के अनुसार बुधवार सुबह प्रवीण ने दीपावली को देखते हुए घर की सफाई करने की बात कही। मां रंजना ने उसे मना किया और कुछ दिन बाद सफाई करने को कहा, लेकिन प्रवीण नहीं माना और खुद ही सफाई में जुट गया। अपने कमरे की सफाई के बाद जब वह छज्जे की सफाई कर रहा था, तभी करंट की चपेट में आ गया। 

चीख सुनकर उसकी मां रंजना दौड़ी और उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गईं। इसके बाद दादी विमला साहू भी उन्हें बचाने आईं और हादसे का शिकार हो गईं। चंद मिनटों में तीन जिंदगियां खत्म हो गईं।

प्रवीण की शादी की तैयारियां जोरों पर थीं। कुछ स्थानों पर लड़की भी देखी जा चुकी थी और सहालग में विवाह तय किया जा रहा था। हादसे ने सारी खुशियों को मातम में बदल दिया। पिता दया किशोर का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि घटना के समय वह पास ही स्थित दूसरे घर में थे। प्रवीण दो भाइयों में बड़ा था और एमए की पढ़ाई पूरी करने के बाद से ही दुकान संभाल रहा था।

घटना के समय बहन दीक्षा भी मौके पर मौजूद थीं। वह अब तक उस भयावह दृश्य को भूल नहीं पा रही हैं। भाई, मां और दादी की मौत ने उसे भीतर से तोड़ दिया है। वह बार-बार बस एक ही बात कह रही हैं—“सब मेरी आंखों के सामने चला गया।”

एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि आजादपुर मोहल्ले में हुई घटना के मामले में दया किशोर की तहरीर पर थाना प्रेमनगर में बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी के खिलाफ लापरवाही के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई है।