नई दिल्ली : संभल में हिंसा के बाद माहौल को देखते हुए प्रशासन ने क्षेत्र में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी है. इसके बावजूद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य नेता बुधवार को संभल जाने की योजना बना रहे हैं. राहुल के दौरे को लेकर संभल के डीएन ने चार जिलों की पुलिस को खत लिखकर निर्देश जारी किया है.
संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने 10 दिसंबर तक जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है. धारा 144 के तहत बिना अनुमति किसी भी व्यक्ति को जिले में प्रवेश की अनुमति नहीं है. डीएम ने बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के अधिकारियों को पत्र लिखकर राहुल गांधी और उनके प्रतिनिधिमंडल को जिलों की सीमा पर रोकने का निर्देश दिया है.
प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिलों.. बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा है. वहां के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले अन्य नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने की व्यवस्था की जाए.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि राहुल गांधी का दौरा सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने के उद्देश्य से है. वह पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें संवेदना देने का प्रयास करेंगे. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और अन्य सांसद भी उनके साथ रहेंगे. कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल दोपहर 1 बजे संभल पहुंचने की योजना बना रहा है.
कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि यह दौरा केवल पीड़ितों को सांत्वना देने और क्षेत्र में भाईचारा बढ़ाने के लिए है. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इसे “हीलिंग टच” करार दिया और कहा कि यह दौरा सामाजिक एकता का संदेश देगा.
संभल में प्रशासन ने साफ कर दिया है कि जिले की सीमा में बाहरी लोगों का प्रवेश नहीं होगा. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या राहुल गांधी संभल पहुंच पाएंगे, या उन्हें रास्ते में ही रोक दिया जाएगा.