पटना : पटना के दीघा रामजीचक बाटा फैक्टरी के समीप बुधवार की शाम गैंगवार का सनसनीखेज मामला सामने आया है. तीन बाइक पर सवार छह अपराधियों ने दिनदहाड़े गैंगवार में कुख्यात रवि गोप के भाई राजू गोप और चालक विकास कुमार को गोलियों से भून दिया. गोलीबारी में विकास की घटनास्थल पर मौत हो गयी. जबकि राजू गोप को इलाज के लिए पाटलिपुत्र स्थित रूबन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विकास को तीन गोली लगी थी. जबकि राजू के गर्दन के पास से एक गोली निकल गयी और दूसरी गोली पेट में लगी है. वो फिलहाल जीवन और मौत के बीच जूझ रहा है.
घटना का कारण आपसी और जमीन का विवाद बताया जाता है. रवि गोप फिलहाल जेल में है और उसका बड़ा भाई राजू गोप ने ही जमीन का कारोबार संभाल रखा था. विकास दीघा के रामजीचक स्कूल गली का रहने वाला था. उसके पिता रामरतन प्रसाद डाकबंगला चौराहा स्थित एक स्वर्ण दुकान में काम करते हैं. विकास दो भाइयों में बड़ा था. छोटे भाई का नाम गुड्डु है. राजू बाटा में अपने पिता की जगह पर काम करते हैं. दोनों की उम्र करीब 25 साल के आसपास है.
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने दीघा रामजीचक के पास सड़क जाम कर दिया और हंगामा किया. हालांकि पुलिस ने सड़क जाम को तुरंत हटा दिया. घटना की जानकारी मिलने पर सिटी एसपी चंद्रप्रकाश, डीएसपी विधि व्यवस्था दिनेश कुमार पांडेय के साथ ही दीघा थाने की पुलिस पहुंची. घटनास्थल से पांच खोखा बरामद किया गया है. दीघा थाने में हत्या का केस करने की प्रक्रिया की जा रही है.
सिटी एसपी चंद्रप्रकाश रूबन अस्पताल भी पहुंचे और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की. उन्होंने कहा कि दो लोगों को गोली मारी गयी है. एक की मौत हो गयी है और दूसरे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विकास के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया गया है. इन लोगों का आपराधिक इतिहास भी रहा है. जानकारी ली जा रही है. परिजन कुछ विशेष जानकारी नहीं दे पा रहे हैं. किसी को नामजद आरोपी नहीं बनाया है.
बताया जाता है कि विकास चालक था और वह राजू की स्कॉर्पियो गाड़ी चलाता था. राजू ने विकास को फोन कर बुलाया और बताया कि उसे किसी से मिलने जाना है. इसके बाद विकास गाड़ी लेकर बाटा फैक्टरी पहुंचा. राजू बाटा ऑफिस से चार बजे निकला और गाड़ी पर बैठ गया. इतने में ही दो बाइक पर सवार छह की संख्या में रहे अपराधियों ने घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
विकास को तीन गोली लगी और उसने गाड़ी से निकल कर भागने की कोशिश की. लेकिन उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि राजू के पेट में एक गोली लगी और वह गाड़ी से निकल कर भागा. वह एक सीमेंट दुकान में घुस रहा था और उसे वहां पकड़ कर एक और गोली गले के समीप मार दी. इसके बाद पब्लिक जुटने लगी तो सभी अपराधी वहां से फरार हो गये. खून से लथपथ राजू और विकास को स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए रूबन अस्पताल लाया. जहां चिकित्सकों ने विकास को मृत घोषित कर दिया और इलाज के बाद राजू के शरीर में लगी दोनों गोलियों को निकाल दिया गया है. बाटा फैक्टरी के समीप ही राजू व विकास का घर भी है.