मुंबई : मशहूर शायर, गीतकार और लेखक कैफी आजमी के जीवन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई है। इसका नाम ‘कैफीनामा’ रखा गया है। सुमंत्र घोषाल ने इसका निर्देशन किया है। कैफी की बेटी और अभिनेत्री शबाना आजमी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्टर को साझा किया। इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “मेरे पिता कैफी आजमी के जीवन और कार्यों पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म, जिसका निर्देशन सुमंत्र घोषाल ने किया है।”
‘कैफीनामा’ में कैफी आजमी के जीवन से जुड़ी कई सारी घटनाओं के बारे में जानने को मिलेगा। डॉक्यूमेंट्री को सेंट पॉल्स मीडिया कॉम्पलेक्स, 24 रोड़, बांद्रा पश्चिम में 16 जुलाई, 2024 को शाम छह बजे दिखाया जाएगा। इसकी अवधि 90 मिनट है और स्क्रीनिंग के बाद निर्देशक सुमंत्र घोषाल और शबाना आजमी के साथ सवाल-जवाब का भी सत्र होगा। ‘कैफीनामा’ का निर्माण मिजवान वेलफेयर सोसाइटी द्वारा किया गया है।
कैफी आजमी का जन्म 14 जनवरी, 1919 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के मिजवां गांव में हुआ था। उनका असली नाम अख्तर हुसैन रिजवी था। कैफी को बचपन में ही कविताएं पढ़ने का शौक लग गया था और धीरे-धीरे वो खुद भी लिखने लगे थे। कैफी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के अग्रणी गीतकारों में से एक थे। आज भी उनके लिखे गीतों को सुना जाता है। 10 मई, 2002 को 83 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। ‘वक्त ने किया क्या हसीं सितम’, ‘ये दुनिया ये महफिल’, ‘मिलो न तुम तो हम घबराए’ और ‘इक जुर्म करके हमने चाहा था मुस्कुराना’ उनके कुछ प्रमुख गीत है।