नई दिल्ली : टाटा ग्रुप की एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने एक इंस्ट्रक्टर पायलट की सेवाएं खत्म कर दीं। कंपनी ने इसके साथ ही इंस्ट्रक्टर पायलट से ट्रेनिंग लेने वाले 10 अन्य पायलटों को भी ड्यूटी से हटा दिया है। एयर इंडिया ने बुधवार को इस मामले की जानकारी दी। एयर इंडिया ने विमानन नियामक डीजीसीए को भी इस मामले की सूचना दे दी है। बताते चलें कि टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस एयरलाइन कंपनी ने हाल ही में एक ‘व्हिसलब्लोअर’ की तरफ से लगाए गए आरोपों के बाद ये कार्रवाई की है।
एयर इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसने कर्तव्यों में चूक के लिए एक इंस्ट्रक्टर पायलट की सेवाएं समाप्त करने के साथ ही उसके अधीन प्रशिक्षण लेने वाले 10 पायलटों को जांच लंबित रहने तक फ्लाइट ड्यूटी से हटा दिया गया है। व्हिसलब्लोअर ने अपने आरोपों में कहा था कि सिम्युलेटर इंस्ट्रक्टर पायलट अपने कर्तव्यों का ठीक से निर्वहन करने में नाकाम रहा है। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि कंपनी ने व्हिसलब्लोअर द्वारा लगाए गए इन आरोपों की विस्तृत जांच की और साक्ष्यों की समीक्षा में पाया कि पायलट के खिलाफ लगाए गए आरोप सही हैं।
हालांकि, एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया ने इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दी है। एयर इंडिया ने इस मामले में व्हिसलब्लोअर की भी आगे आने के लिए सराहना की। इंस्ट्रक्टर पायलट और संबंधित कार्रवाई से जुड़ी बाकी की सभी डिटेल्स की जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई हैं। बताते चलें कि इंस्ट्रक्टर पायलट को फ्लाइट इंस्ट्रक्टर के नाम से भी जाना जाता है। इंस्ट्रक्टर पायलट के पास जबरदस्त अनुभव होता है जो नए पायलटों को प्लेन उड़ाना सिखाता है। ये नए पायलटों को ट्रेनिंग देने और शिक्षित करने के साथ-साथ मौजूदा पायलटों को उनके स्किल्स में सुधार करने में मदद करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।