नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आजमी को औरंगजेब की प्रशंसा करने पर बुधवार को मौजूदा बजट सत्र के अंत तक महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया. उन्होंने अपने बयान को वापस भी ले लिया, लेकिन विवाद विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को अबू आजमी के पोस्टर पर कालीख पोती गई और लात-जूते मारे गए. पोस्टर पर अबू आजमी ‘मुर्दाबाद’ लिखे हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने बारी-बारी से पोस्टर पर चप्पल मारे और कालीख पोते.
मुंबई भाजपा अल्पसंख्यक मोरचा के अध्यक्ष वसीम खान ने कहा, “अबू असिम आजमी का इतिहास दागदार रहा है. उन्होंने हमेशा हमारी एकता और अखंडता पर हमला करने के लिए प्रयास किए हैं. औरंगजेब की प्रशंसा कर उन्होंने महाराष्ट्र को शर्मसार कर दिया है.
शिवसेना ने सपा नेता अबू आसिम आजमी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि मुगल सम्राट औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली उनकी टिप्पणी महाराष्ट्र के गौरव का अपमान है. शिवसेना के नगर अध्यक्ष प्रमोद नाना भांगिरे ने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ औरंगजेब के अत्याचारों और धर्म परिवर्तन कराने के उसके प्रयासों का महिमामंडन नहीं किया जा सकता. उन्होंने आजमी पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की.
समाजवादी पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमा) तक पहुंच गई थी. मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक आजमी ने दावा किया, “हमारा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत था और भारत को (उनके शासनकाल के दौरान) सोने की चिड़िया कहा जाता था.” औरंगजेब और मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर आजमी ने इसे राजनीतिक लड़ाई करार दिया था.
अबू आजमी ने औरंगजेब पर दिये अपने बयान को वापस ले लिया है. कहा- “उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा था लेकिन सदन की कार्यवाही जारी रह सके, इसलिए उन्होंने विधानसभा के बाहर की गई अपनी टिप्पणी को वापस ले लिया. फिर भी मुझे निलंबित कर दिया गया.”