चित्तूर : आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग बैंक से लोन लेते हैं या फिर किसी से कर्ज लेकर अपना काम चलाते हैं. पिछड़े इलाकों में देखा गया है कि लोग किसी से ब्याज पर पैसे लेते हैं. आंध्र प्रदेश से इससे जुड़ा हुआ एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के चित्तूर जिले में एक साहूकार ने एक महिला को इसलिए पेड़ पर बांध दिया कि उसका पति कर्ज नहीं चुका पाया था. इतना ही नहीं साहूकार ने उसके साथ मारपीट भी की.
पूरा मामला चित्तूर जिले का है. रिपोर्ट के मुताबिक सिरीशा के पति थिम्मारायप्पा ने तीन साल पहले मुनिकनप्पा से 80,000 रुपये उधार लिए थे. कर्ज न चुका पाने के कारण दंपति अपने बच्चों के साथ कुप्पम मंडल के नारायणपुरम गांव से चले गए थे. कर्ज चुकाने और बच्चों की देखभाल करने के लिए सिरीशा दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रही थी.
हालांकि जब वो बच्चे के परीक्षा प्रमाणपत्र लेने के लिए कुछ समय के लिए गांव लौटी तो उस समय साहूकार की नजर उसपर पड़ गई. उसे देखते ही मुनिकनप्पा ने गालियां दीं, उसे घसीटकर नीम के पेड़ के पास ले गया, उसे रस्सियों से बांधा और पीटा. उसने कर्ज न चुकाने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी. जब वहां मौजूद लोगों ने इस घटना को रिकॉर्ड करने की कोशिश की, तो उसने कथित तौर पर उन पर भी हमला किया.
वहीं अब मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मारपीट के मामले में सख्त कार्रवाई का आदेश दिया. मुख्यमंत्री ने तुरंत जिला पुलिस अधीक्षक से बात की, जिन्होंने उन्हें बताया कि आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है. नायडू ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. इसके अलावा उन्होंने जिला अधिकारियों को पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहने और उन्हें सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने की सलाह दी.