नई दिल्ली : बिहार में चुनाव से ठीक पहले अचानक मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण कराने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सड़क से संसद तक संग्राम छेड़ने का एलान कर दिया है। पार्टी ने दावा किया है कि चुनाव आयोग बिहार के 20 प्रतिशत लोगों को उनके वोट के अधिकार से वंचित करने की साजिश के तहत यह पुनरीक्षण करा लोकतंत्र और संविधान को खतरे में डाल रहा है।
साथ ही कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर सत्ताधारी भाजपा के इशारे पर काम करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार के गरीबों, दलितों, वंचितों और राज्य से बाहर रोजी-रोजगार के लिए जाने वाले करोड़ों लोगों को वोटर लिस्ट से बाहर कर मतदान के अधिकार से वंचित करना चाहता है। चुनाव आयोग से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कांग्रेस ने साफ कहा कि इसके खिलाफ संघर्ष में कानूनी समेत उसके सभी विकल्प खुले हैं।