रांची/पलामू : झारखंड के पलामू जिले के तरहसी प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से सोमवार को बड़ा मामला सामने आया। नाश्ते में पूरी-सब्जी खाने के बाद लगभग 40 छात्राओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उल्टी और पेट दर्द की शिकायत पर विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सभी बीमार छात्राओं को तरहसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इनमें से पांच की हालत गंभीर होने पर उन्हें मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया।
स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल में छात्राओं का इलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही कई अभिभावक अस्पताल पहुंचे और विद्यालय प्रबंधन पर जमकर भड़के। परिजनों का आरोप है कि उन्हें घटना की सूचना समय पर नहीं दी गई, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई।
विद्यालय की वार्डन ने कहा कि छात्राएं जन्माष्टमी के उपवास के कारण बीमार हुई हैं। हालांकि ग्रामीणों और स्वास्थ्यकर्मियों ने इस दावे को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि घटना जन्माष्टमी के दो दिन बाद हुई है, ऐसे में बीमारी का कारण केवल भोजन में गड़बड़ी ही हो सकता है।
ग्रामीणों ने विद्यालय प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि कई बीमार छात्राओं को बिना मेडिकल रजिस्टर में दर्ज किए ही घर भेज दिया गया। इससे न केवल वास्तविक आंकड़ा छिपाने की कोशिश हुई, बल्कि बच्चों की जिंदगी भी खतरे में पड़ी।
घटना से पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है। ग्रामीण सवाल उठा रहे हैं कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा के लिए बनाए गए आवासीय विद्यालयों में बार-बार ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं। खासकर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में भोजन की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से विद्यालय प्रबंधन की भूमिका की गहन जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है।