गुजरात : गुजरात का कांडला ड्रोन-रोधी निगरानी और निष्क्रियीकरण प्रणाली स्थापित करने वाला पहला बंदरगाह बनने वाला है, जो दूर से ही दुश्मन के ड्रोन का पता लगाकर उन्हें ढेर कर देगा. कच्छ की खाड़ी में स्थित यह बंदरगाह, भारत से दुश्मनी रखने वाले पाकिस्तान की सीमा के बेहद नजदीत है. कांडला स्थित दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण (डीपीए) के अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने बिज़नेसलाइन को बताया, ‘कांडला भारत का पहला बंदरगाह होगा जहाँ ड्रोन-रोधी प्रणाली स्थापित की जाएगी जो (दुश्मन के) ड्रोनों को आसानी से मार गिराने या उन्हें निष्क्रिय करने में सक्षम होगी.
ये ड्रोन-रोधी प्रणालियाँ ऑपरेशन सिंदूर के कुछ महीनों बाद खरीदी जा रही हैं. ऑपरेशन सिंदूर, भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर की गई एक सैन्य कार्रवाई थी. यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक हमले के जवाब में शुरू किया गया था जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे.