मप्र : 16 माह से बिछड़ी महिला की झारखंड के परिजनों से कराई मुलाकात

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बड़वानी : बड़वानी जिले के सेंधवा के वरला रोड ब्रिज के नीचे मिली अज्ञात महिला की कहानी मानवता की मिसाल बन गई। मानव सेवा समिति की पहल और सोशल मीडिया की मदद से 1375 किलोमीटर दूर झारखंड में रहने वाले परिजन चार दिन में मिल गए।

बता दें कि कुछ दिन पूर्व सेंधवा के वरला रोड ब्रिज के नीचे एक वृद्धा चार दिनों से अकेली बैठी मिली। जानकारी मिलने पर मानव सेवा समिति के महेंद्र परिहार, अपने मित्र कालू रेकल और अखिलेश वर्मा के साथ मौके पर पहुंचे। महिला ने अपना नाम सरिता बताया, जो देखने में मानसिक रूप से अस्वस्थ लग रही थी। महेंद्र परिहार ने घटना की सूचना समिति के संचालक निलेश जैन को दी, जिसके बाद सहायता प्रक्रिया शुरू की गई।

निलेश जैन और महेंद्र परिहार ने मिलकर गुमशुदा महिला की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की। चार दिन में ही यह संदेश झारखंड के रांची जिले के पास स्थित पीड़ोदिया गांव तक पहुंचा। वहीं के ब्रजकिशोर साहू ने संपर्क कर बताया कि सरिता उनकी बहन रबीना की रिश्तेदार हैं। तत्पश्चात वीडियो कॉल के माध्यम से महिला की बात परिवार से कराई गई। बात करते ही दोनों ओर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा।

महिला को लेने झारखंड से उनके परिजन ब्रजकिशोर साहू, सोनू साहू और भोला साहू सेंधवा पहुंचे। वरला रोड स्थित स्थान पर जब बहन रबीना से वृद्धा सरिता की मुलाकात हुई तो दोनों की आंखें भर आईं। रबीना ने बताया कि 16 महीने से उनकी बहन लापता थी और वे लगातार उसकी तलाश में थे। परिवार ने महिला की देखभाल करने वाली सुमनबाई दावलबेड़ी का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस दीपावली को वे पूरे परिवार के साथ खुशी से मनाएंगे।

इस कार्य में सहयोग देने वालों में सुरेंद्र सैनी, कालू रेकल, अखिलेश वर्मा, रुद्राक्ष परिहार, राजकुमार गुजरती, सुमनबाई दावलबेड़ी, राजेंद्र श्रीवास्तव मेघनगर और अजीत जैन बड़वानी शामिल रहे। मानव सेवा समिति के संचालक निलेश जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया।