कोलकाता : पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने राज्य में मतदाता सूची को लेकर चल रहे SIR के विरोध में नॉर्थ तीन KM का मार्च निकाला। वहीं तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि यह जुलूस, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास बनगांव शहर में एसआईआर के खिलाफ एक रैली को संबोधित करने के बाद निकाला, ठाकुरनगर के ढाकुरिया स्कूल में खत्म होगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस जुलूस-प्रदर्शन की अगुवाई कर रही थीं, जिसमें शामिल लोग नीले और सफेद गुब्बारे लिए हुए थे, तृणमूल कांग्रेस के झंडे लहरा रहे थे और एसआईआर के खिलाफ नारे लगा रहे थे। वहीं इस मार्च के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ‘डरने की कोई बात नहीं है। नरेंद्र मोदी खुद 2024 की वोटर लिस्ट से चुने गए थे।
अगर उस लिस्ट को अब अवैध कहा जा रहा है, तो उनकी सरकार भी अवैध हो जाती है। वे धर्म का कार्ड खेल रहे हैं, वे नागरिकता बेच रहे हैं, और वे एक बार फिर सीएए से आपको गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम ममता ने आगे कहा कि ‘वे आपको धोखा दे रहे हैं।
आप लिख सकते हैं कि आप मतुआ समुदाय से हैं, लेकिन आपसे ऐसा लिखवाकर, वे इसे तोड़-मरोड़कर यह दिखाना चाहते हैं कि आप बांग्लादेश से आए हैं। वे यह कहानी बना रहे हैं। लेकिन डरो मत। घबराओ मत। जब तक मैं यहां हूं, मैं उन्हें आपको कभी निकालने नहीं दूंगी।’ सीएम ममता ने कहा ‘अगर बांग्लादेश ही समस्या है, तो आप मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एसआईआर क्यों कर रहे हैं?
उन्होंने कहा की ‘मैं भाजपा से नहीं डरती” इस दौरान भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा- ‘मैं भाजपा से कहती हूं, मेरे साथ गेम खेलने की कोशिश मत करो, क्योंकि तुम मुझसे मुकाबला नहीं कर पाओगे। जितनी चाहो एजेंसी इस्तेमाल करो, जितना चाहो पैसा खर्च करो, लोग तुम्हारा पैसा ले लेंगे और फिर भी तुम्हें वोट देने से मना कर देंगे। तुम उन्हें एक महीने के लिए पैसे दे सकते हो, लेकिन उसके बाद क्या?
लोग रोजी-रोटी की सुरक्षा, डेमोक्रेसी और इज्जत चाहते हैं। जिन्होंने वोट दिया है, जो सरकारी योजनाओं के फायदे उठाते हैं, जो पीढ़ियों से यहां रहते आए हैं, तुम उन्हें मिटा नहीं सकते। जनता सरकार चुनती है, फिर भी आज सिस्टम को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है। चुनाव आयोग को अब यह तय करना चाहता है कि सरकार कौन चुनेगा। एक संंस्था जिसे निष्पक्ष होना चाहिए था, उसे भाजपा कमीशन बना दिया गया है।’
