अररिया : बिहार के अररिया जिले में कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा’ में उस समय हंगामा मच गया जब कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के निजी सुरक्षा गार्डों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को धक्का दे दिया। पार्टी कार्यकर्ता कुमार के साथ सेल्फी लेने के लिए उनके करीब जाने की कोशिश कर रहे थे, उसी दौरान कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश में निजी सुरक्षा गार्डों ने उन्हें धक्का दे दिया।
पार्टी कार्यकर्ताओं के अनुसार, रविवार को जब यात्रा एसएसबी परिसर के पास पहुंची तो पार्टी कार्यकर्ता कन्हैया कुमार के करीब आने और उनके साथ सेल्फी लेने के लिए एक-दूसरे से धक्का-मुक्की कर रहे थे। हालांकि, कन्हैया कुमार के निजी सुरक्षा गार्डों ने इसका विरोध किया और उन्होंने कुछ कार्यकर्ताओं को धक्का दे दिया। इसके कारण पार्टी कार्यकर्ताओं और निजी सुरक्षा गार्डों के बीच हाथापाई हुई। यात्रा का नेतृत्व कर रहे कन्हैया कुमार बीच में ही यात्रा छोड़कर चले गए।
घटना अररिया में एसएसबी परिसर के पास हुई। कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा’ 16 मार्च को पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा आश्रम से शुरू हुई थी। यह वही जगह है जहां से महात्मा गांधी ने 1917 में अपना प्रसिद्ध चंपारण सत्याग्रह शुरू किया था। ‘पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा’ के 15वें दिन कुमार अररिया पहुंचे।
अररिया जिला कांग्रेस अध्यक्ष जाकिर अनवर ने पत्रकारों से कहा, ‘‘कन्हैया ने यात्रा बीच में ही छोड़ दी क्योंकि उन्हें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए दिल्ली जाना था। कन्हैया के जाने के बाद भी यात्रा जारी रही…वह सोमवार को यात्रा में शामिल होंगे।’’ उन्होंने कहा कि यात्रा बिहार के युवाओं के अधिकारों और रोजगार की लड़ाई है और इसका उद्देश्य पलायन को रोकना भी है।
यात्रा 24 दिनों तक चलेगी और तीन चरणों में यह पूरे राज्य से होकर गुजरेगी तथा 14 अप्रैल को बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर पटना में यात्रा का समापन होगा। यात्रा के एक चरण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी एक दिन के लिए यात्रा में शामिल होने की उम्मीद है। (भाषा इनपुट्स के साथ)