झारखंड : घाटशिला उपचुनाव में साख की जंग, झामुमो और भाजपा ने झोंकी पूरी ताकत

BJP-ghatsila

 रांची : झारखंड की बहुचर्चित घाटशिला विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनावी प्रचार रविवार शाम पांच बजे थम गया। इस सीट पर कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुकाबला मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के बीच माना जा रहा है। 

बीजेपी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन चुनाव मैदान में हैं, जबकि झामुमो ने दिवंगत पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश चंद्र सोरेन पर भरोसा जताया है। इसके अलावा जेएलकेएम के उम्मीदवार रामदास मुर्मू भी चुनावी मैदान में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं।

पिछले कई दिनों से घाटशिला में दोनों दलों के बीच तेज प्रचार अभियान देखने को मिला। झामुमो की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन रविवार को रोड शो करेंगे और जनता से झामुमो प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने की अपील करेंगे। झामुमो अपने दिवंगत नेता रामदास सोरेन की लोकप्रियता और सहानुभूति लहर पर भरोसा कर रही है।

वहीं दूसरी ओर, भाजपा ने इस सीट को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। पार्टी के बड़े नेता घाटशिला में लगातार डेरा डाले हुए हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू, बंगाल के नेता शुभेंदु अधिकारी, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत कई दिग्गज शामिल हैं। यहां तक कि उड़ीसा के मुख्यमंत्री ने भी प्रचार अभियान में भाग लिया। खुद चंपई सोरेन भी गांव-गांव जाकर अपने पुत्र के लिए समर्थन मांग रहे हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह उपचुनाव सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। घाटशिला सीट पर मुकाबला बेहद रोमांचक और कांटेदार है। जनता किसे चुनेगी, इसका फैसला 11 नवंबर को मतदान के बाद ही होगा। फिलहाल, दोनों दलों ने जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।