नई दिल्ली : कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस के बीच जमकर जुबानी जंग हो रही है। मामला सीटी रवि के कथित अपमानजनक बयान के बाद उन्हें हिरासत में लेने का है। रवि ने कहा, ‘पुलिस मुझे रात 8 बजे खानपुरा पुलिस स्टेशन लेकर आई। उन्होंने मुझे नहीं बताया कि वे मुझे किस मामले में लेकर आए हैं। वे मेरी शिकायत दर्ज नहीं कर रहे हैं, वे जीरो एफआईआर भी दर्ज नहीं कर रहे हैं। अगर मुझे कुछ होता है, तो कांग्रेस सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’
भाजपा एमएलसी ने आरोप लगाया कि झूठा मामला दर्ज करके वे मेरी हत्या की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले ही शिकायत दर्ज कर दी है। मुझे पुलिस स्टेशन लाए हुए 3 घंटे हो चुके हैं, और मुझे यह नहीं बताया गया है कि मुझे पुलिस स्टेशन क्यों लाया गया है। अगर मुझे कुछ होता है तो पुलिस, डीके शिवकुमार, लक्ष्मी हेब्बलकर और उनकी टीम जिम्मेदार होगी। वे मेरे साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार कर रहे हैं और इससे मुझमें संदेह पैदा हो रहा है। मैंने एक मंत्री के रूप में काम किया है और मैं एक जनप्रतिनिधि हूं। वे आपातकाल के समय जिस तरह से काम करते थे, उसी तरह से काम कर रहे हैं।’
रवि ने बेलागवी के सुवर्ण सौधा (विधानसभा) में खुद पर हमला करके कथित तौर पर जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने लक्ष्मी हेब्बालकर, चामराजा हट्टिहोली, डीके शिवकुमार, सद्दाम और अन्य के खिलाफ बेलगावी के खानापुरा पुलिस स्टेशन में जवाबी शिकायत दर्ज कराई है।
इससे पहले रवि को हिरासत में लेने और गैरकानूनी तरीके से उन्हें वकील या अपने कानूनी प्रतिनिधि से मिलने से रोकने का है। भाजपा का आरोप है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के निर्देश पर पुलिस के अधिकारी उन्हें सीटी रवि से मिलने नहीं दे रहे हैं। रवि के वकील चेतन ने बताया कि जैसे ही उन्हें हिरासत में लिए जाने की सूचना मिली, वे तुरंत खानपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया, ‘हमें लगभग एक घंटे तक गेट पर ही रखा गया और पुलिस स्टेशन में प्रवेश करने से रोक दिया गया।
रवि के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले और कानूनी प्रावधानों का जिक्र कर कहा, प्रत्येक आरोपी को पुलिस हिरासत के दौरान या जब भी उससे पूछताछ की जाती है, अपने वकील से मिलने का अधिकार है। इसके बावजूद, हमें 1.5 घंटे तक अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई… जब हम सीटी रवि से मिले, तो उन्होंने कहा कि वे एफआईआर दर्ज कराना चाहते हैं। रवि के मुताबिक उनकी जान को खतरा है। वकील ने आरोप लगाया कि लिखित शिकायत के बावजूद खानपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। उन्होंने कहा, पुलिस का यह बर्ताव मनमानी है… भाजपा विधायक और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) शुक्रवार को विधानसभा में इस मामले को उठाएंगे।
पूरे विवाद पर कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा, पुलिस स्टेशन कांग्रेस पार्टी का कार्यालय बन गया है। निर्वाचित सदस्य होने के नाते वे कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ 4-5 घंटों से थाने के बाहर बैठे हैं। पुलिस कमिश्नर पावती नहीं दे रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने आरोप लगाया कि पुलिस कमिश्नर ने सीटी रवि को प्रताड़ित किया, उनके सिर से खून बह रहा था… पूरे कर्नाटक में ‘गुंडाराज’ है… भाजपा शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करेगी। मैं पुलिस अधिकारियों से कहना चाहता हूं, सरकार स्थायी नहीं होती। पुलिस को कानून और व्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए।
बेलगावी सिटी पुलिस आयुक्त इदा मार्टिन ने सरकार के निर्देश पर कार्रवाई के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के कारण वे उस स्थान का खुलासा नहीं करेंगे जहां भाजपा नेता सीटी रवि को ले जाया जा रहा है। इससे पहले बीजेपी एमएलसी सीटी रवि को खानपुर पुलिस स्टेशन से कड़ी सुरक्षा के बीच दूसरी जगह ले जाया गया।
बता दें कि रवि के खिलाफ कर्नाटक सरकार में मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। लक्ष्मी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने विधान परिषद में उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
इससे पहले भाजपा एमएलसी रवि ने कहा, ‘कांग्रेस के आरोप झूठे हैं, ऑडियो और वीडियो की पुष्टि होने दीजिए, उसके बाद मैं बोलूंगा। मैं अभी कुछ नहीं कहूंगा….. मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो किसी को व्यक्तिगत रूप से गाली दे। मैंने उन्हें गाली नहीं दी, मुझे नहीं पता कि उन्हें ऐसा क्यों लगा। मैंने उनके खिलाफ कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है।’