दिल्ली : किन्नर बनकर उगाही करने वाले 10 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, छह महिलाएं और चार पुरुष 

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नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस और उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने अलग-अलग अभियान चलाकर अवैध रूप से रह रहे 10 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। इनमें छह महिलाएं और किन्नर बनकर उगाही करने वाले चार बांग्लादेशी शामिल हैं। इन सभी को निर्वासित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस इसके साथ ही इनके अवैध प्रवेश और ठहरने में सहायता करने वाले अन्य व्यक्तियों की पहचान की जा रही है।

पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धनिया ने बताया कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने मंडावली के धीरज ब्लॉक क्षेत्र में छापा मारा, जहां एक संदिग्ध बांग्लादेशी महिला को हिरासत में लिया गया। उससे पूछताछ के बाद पांच अन्य बांग्लादेशी महिलाओं को पहाड़गंज क्षेत्र से पकड़ा गया।

पूछताछ में पता चला कि ये सभी महिलाएं बिना वैध दस्तावेजों के अवैध रूप से भारत में रह रही थीं। महिलाओं की पहचान मिम अख्तर (23 वर्ष), मीना बेगम (35 वर्ष), शेख मुन्नी (36 वर्ष), पायल शेख (25 वर्ष), सोनिया अख्तर (36 वर्ष) और तानिया खान (34 वर्ष) के रूप में हुई। ये सभी बांग्लादेश के विभिन्न क्षेत्रों की रहने वाली हैं और पिछले एक से दो वर्षों से भारत में अवैध रूप से रह रही थीं।

किन्नर बनने के लिए करवाई सर्जरी : उत्तर-पश्चिम जिले की फॉरेनर्स सेल की विशेष टीम ने आजादपुर सब्जी मंडी के पास से 4 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो स्मार्ट फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें प्रतिबंधित एप इंस्टॉल था, जिसका उपयोग ये लोग अपने परिवारों से बांग्लादेश में संपर्क करने के लिए कर रहे थे।

गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद अरमान उर्फ ईशा, मोहम्मद आरिफ उर्फ शिल्पा, मोहम्मद जाहिद उर्फ मौसम और मोहम्मद बबुल उर्फ पाखी हैं। यह चारों मूलरूप से बांग्लादेश के ढाका, नारायणगंज के रहने वाले हैं।

डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि ये सभी एजेंटों की मदद से अवैध रूप से भारत में घुसे ट्रेन के माध्यम से दिल्ली पहुंचे थे। आरोपियों ने अपनी पहचान छिपाने के लिए किन्नर का रूप धारण किया और अपनी शारीरिक बनावट बदलने के लिए सर्जरी और हार्मोनल इंजेक्शन का सहारा लिया।