मप्र : भोपाल में प्रॉपर्टी डीलर के घर हुई दो करोड़ की चोरी का खुलासा, भतीजी ने प्रेमी-दोस्तों संग की वारदात

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भोपाल : मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल के कोहेफिजा थाना क्षेत्र में एक प्रॉपर्टी डीलर के यहां हुई करीब दो करोड़ की चोरी की मास्टर माइंड फरियादी की भतीजी निकली। भतीजी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई। इसके बाद प्रेमी ने अपने अन्य दोस्तों-परिचितों के साथ वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दो आरोपी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से डेढ़ करोड़ का माल बरामद कर लिया गया है।

डीसीपी जोन-3 अभिनव चौकसे ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर आनंद पाराशर लालघाटी के पास ओमनगर, हलालपुरा में रहते हैं। कुछ दिनों पहले उनके घर में करीब दो करोड़ की चोरी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में फरियादी की भतीजी डॉली पाराशर सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। डॉली पाराशर ने अपने प्रेमी अंकित तिवारी के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई थी।

29 सितंबर को दर्ज कराई थी शिकायत : डीसीपी ने बताया कि अंकित तिवारी का दोस्त रवि विश्वकर्मा ठेकेदार है। अंकित रवि विश्वकर्मा के फ्लैट में किराए से रहता है। अंकित ने रवि को चोरी में शामिल किया। इसके बाद रवि ने अपने दोस्त और अंकित के परिचित देवाशीष शर्मा और अजय शाक्य को भी टीम में शामिल कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। फरियादी के भोपाल से बाहर होने के कारण पड़ोसी कमल शोभारी ने प्रकरण दर्ज कराया था। फरियादी के भोपाल आने पर चोरी का सामान दो करोड़ तक पहुंचा।

बेटी की रिंग सेरेमनी में गया था पूरा परिवार : डीसीपी ने बताया कि आनंद पाराशर की बेटी की रिंग सेरेमनी ग्वालियर में थी। 29 सितंबर को पूरा परिवार रिश्तेदारों के साथ ग्वालियर गया था। आनंद की भतीजी डॉली पाराशर भी ग्वालियर में कार्यक्रम में शामिल थी। डॉली ने ही अपने प्रेमी अंकित तिवारी को फोन पर पूरे घर की जानकारी दी और बताया कि कौन सा सामान कहां रखा है। पुलिस ने डॉली पाराशर, रवि विश्वकर्मा और देवाशीष को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि डॉली का प्रेमी अंकित तिवारी और अजय शाक्य फरार हैं।

ये माल किया बरामद : पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से कुल डेढ़ करोड़ रुपये कीमत के 1250 ग्राम सोने के जेवरात सहित चार मोबाइल फोन और 3 चांदी के सिक्के बरामद किए गए हैं। फरार आरोपियों के पास करीब करीब 50 लाख के जेवरात हैं। डीसीपी ने बताया कि घटना स्थल को जाने वाले सभी मार्गों में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो कुछ युवक संदिग्ध लगे। इसके बाद उनकी ट्रैकिंग करते हुए आरोपियों को पकड़ा गया। पकड़कर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।