पटना-NewsXpoz : बिहार में पटना के पटेल नगर स्थित शेल्टर होम में कुछ दिन पहले ‘फूड पॉइजनिंग’ से तीन लड़कियों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया था. वहीं, अब इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुरुवार को स्वतः संज्ञान लिया है. इसको लेकर आयोग ने बिहार सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. साथ ही पीड़ितों के स्वास्थ्य की स्थिति और उन्हें या उनके परिवारों को दिए गए मुआवजे की भी जानकारी मांगी है.
बताया जाता है कि शेल्टर होम में खिचड़ी खाने के बाद कई की तबीयत बिगड़ गई थी. इनमें 13 लड़कियों की स्थिति काफी बिगड़ गई थी. आनन-फानन में सभी को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था.
मामले में एसडीपीओ का आया था बयान : इस मामले में सचिवालय एसडीपीओ-2 साकेत कुमार ने बताया था कि 7 नवंबर को पहली बच्ची की मौत हुई थी. 10 नवंबर को दूसरी बच्ची की मौत हुई है. इसके साथ ही एक अन्य बच्ची की मौत हुई थी. इस मामले में जांच चल रही है. उन्होंने आगे बताया था कि बच्चियों की खिचड़ी खाने से तबीयत बिगड़ी थी. सभी को उल्टी होने लगी थी. लूज मोशन की भी शिकायत थी. इसके बाद सभी बच्चियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
जिलाधिकारी ने जांच के लिए बनाई है कमेटी : वहीं, पटना जिलाधिकारी ने इस मामले में जांच के लिए कमेटी का भी गठन किया है. फूड इंस्पेक्टर द्वारा शेल्टर होम के पानी और खाने का सैंपल लिया गया है. इसके साथ ही कुछ दिनों तक स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में शेल्टर होम रहा. शेल्टर होम में एक डॉक्टर, दो एएनएम की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई थी. अभी शेल्टर होम में 44 बच्चियां मौजूद हैं.