अमेरिका : PM मोदी तीन दिवसीय यात्रा पूरी कर स्वदेश रवाना, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

PM-Modi-America-to-India

नई दिल्ली-NewsXpoz : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी ‘सफल और महत्वपूर्ण’ तीन दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद सोमवार को स्वदेश रवाना हो गए। अमेरिका दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने क्वाड नेताओं की बैठक में भाग लिया। साथ ही प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रम को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के आखिरी दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा में भविष्य के शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान रविवार को अपने जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की ‘शांति, स्थिरता और समृद्धि’ के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा की।

विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा एक पोस्ट में लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की सफल और महत्वपूर्ण यात्रा पूरी करने के बाद नई दिल्ली के लिए रवाना हुए।’ पीएम मोदी शुक्रवार को अमेरिका पहुंचे और पहले दिन उन्होंने विलमिंगटन, डेलावेयर में क्वाड नेताओं की बैठक में भाग लिया। राष्ट्रपति जो बाइडन की मेजबानी में, क्वाड लीडर्स समिट शनिवार को उनके गृहनगर विलमिंगटन, डेलावेयर में हुई। इसमें प्रधानमंत्री मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल हुए।

जो बाइडन के साथ, द्विपक्षीय बैठक की एक बहुत ही खास बात भारत को 297 पुरावशेषों की वापसी रही, जिनमें से कुछ बैठक के दौरान राष्ट्रपति बाइडन के आवास पर प्रदर्शित किए गए थे। इसके अलावा, शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं ने क्वाड कैंसर मूनशॉट की घोषणा की, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में जीवन बचाने के लिए एक अभूतपूर्व साझेदारी है। भारत ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सर्वाइकल कैंसर से निपटने के लिए 75 लाख अमरीकी डॉलर देने का संकल्प लिया। शनिवार को, पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क के नासाउ कोलिज़ीयम में भारतीय-अमेरिकियों की एक बड़ी सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने भारत को ‘अवसरों की भूमि’ बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान देश के लिए बहुत महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं।

कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने यह भी घोषणा की कि भारत बोस्टन और लॉस एंजिल्स में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा, जो इन दो बड़े अमेरिकी शहरों में तेजी से बढ़ते भारतीय अमेरिकी समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करेगा। इस कार्यक्रम में 13,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों ने भाग लिया। आयोजकों ने बताया कि इनमें से अधिकांश लोग न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी क्षेत्र से थे, लेकिन भारतीय-अमेरिकी 40 राज्यों से आए थे। परिवहन उद्देश्यों के लिए साठ चार्टर बसों का इस्तेमाल किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *