नई दिल्ली : फरवरी का महीना आधा बीतते ही देश के कई हिस्सों में गर्मी का एहसास होने लगा है. उत्तर भारत में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे दिन के समय तेज धूप में गर्मी महसूस हो रही है, हालांकि सुबह और शाम के समय अब भी हल्की ठंड बनी हुई है. इसी बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि पहाड़ी इलाकों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि ठंड फिर से लौट सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और मध्य भारत में 17 से 19 फरवरी के बीच न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. वहीं, पूर्वी और प्रायद्वीपीय भारत में बीते 24 घंटों में दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य प्रदेश में तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ा है, जिससे वहां हल्की गर्मी महसूस की जा रही है.
बीते 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में दिन का तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया, जबकि पंजाब और पूर्वी राजस्थान में यह सामान्य से 3.1 से 5.0 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. कर्नाटक, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा और केरल में भी तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है. इसके विपरीत, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश और बिहार में रात के तापमान में 3 से 6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है. दूसरी ओर, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र और तेलंगाना में तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है.
मौसम विभाग के मुताबिक, नागालैंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है. इसके प्रभाव से 17 से 21 फरवरी के बीच उत्तर-पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. कुछ ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी भी हो सकती है. 17 और 19 फरवरी को गरज और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. 19 फरवरी को असम और मेघालय में तेज बारिश हो सकती है. इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अगले एक सप्ताह तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 17 फरवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा. इसके कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में 17 से 21 फरवरी के बीच बर्फबारी और बारिश हो सकती है. उत्तराखंड में 19 और 20 फरवरी को बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है. वहीं, राजस्थान में 17 से 19 फरवरी तक और पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 19 और 20 फरवरी को बारिश होने की संभावना है.
IMD के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत में अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है. उत्तर प्रदेश और मध्य भारत में अगले चार दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. पूर्वी भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, जबकि पश्चिम भारत में अगले 4-5 दिनों में तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है.
मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में घने कोहरे की चेतावनी जारी की है. पश्चिम बंगाल और सिक्किम (Sikkim Weather) में 17 फरवरी तक सुबह के समय घना कोहरा छाने की संभावना है. बीते दिनों, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 7.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था, जो देश के मैदानी इलाकों में सबसे कम था. उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जबकि राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वी-पश्चिमी भारत के अन्य हिस्सों में यह 10 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है.
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बीते 24 घंटे में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. शनिवार को दिनभर हल्के बादल छाए रहे, लेकिन दोपहर तक मौसम साफ हो गया. पश्चिमी दिशा से 20-22 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं.17 से 18 फरवरी तक दिल्ली-एनसीआर में आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है और सुबह के समय हल्की धुंध रह सकती है.
देश के विभिन्न हिस्सों में फरवरी के मध्य में ही गर्मी और ठंड का मिश्रित प्रभाव देखा जा रहा है. जहां उत्तर और पश्चिम भारत में तापमान लगातार बढ़ रहा है, वहीं पूर्व और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में हल्की ठंड बनी हुई है. पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवातीय गतिविधियों के कारण उत्तर भारत और पूर्वोत्तर में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है.
आने वाले दिनों में मौसम में और बदलाव हो सकते हैं, जिससे कहीं तापमान में बढ़ोतरी होगी तो कहीं ठंड दोबारा लौट सकती है. देशभर में यह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, जिससे लोगों को मौसम के अनुसार सतर्क रहने की आवश्यकता है.