बूंदी : राजस्थान के बूंदी के सुदूर वन क्षेत्र में नौ वर्षीय लापता बाघिन ‘टी-102’ का कंकाल मिला है। अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले साल पैदा हुआ ‘टी-102’ का एक शावक कई दिनों से लापता है। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में सोमवार देर शाम कंकाल मिला हालांकि अधिकारियों ने बाघिन की मौत को ‘प्राकृतिक’ करार दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार दोपहर उप वन संरक्षक (डीसीएफ) के कार्यालय में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम के बाद कंकाल को नियमों के अनुसार दफना दिया गया है। हालाकिं अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मौत किस वजह से हुई है।
उप वन संरक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि बाघिन की मौत ‘प्राकृतिक’ थी क्योंकि उसके चारों दांत व नाखून सुरक्षित थे और उसका कंकाल जिस जगह (बांद्रापोल नाला) से मिला वह रिजर्व का एक सुदूर क्षेत्र है, जहां किसी तरह की मानवीय गतिविधि की सूचना नहीं है। ऐसे में इस मौत को प्राकृतिक मौत माना जा रहा है। दूसरी तरफ सवाल यह भी उठ रहा है कि 9 साल की बाघिन कैसे मौत का शिकार हो गई।
उन्होंने बताया कि पिछले 20 दिनों से करीब 40 कैमरों से खोज करने के बाद भी बाघिन का पता नहीं चल पाया था, जिसके बाद वन रिजर्व की टीमों को सुदूर क्षेत्रों में भेजा गया और सोमवार शाम को कंकाल बरामद किया गया। इसके बाद सामने आया कि उसके चारों दांत व नाखून सुरक्षित थे।