कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक महिला द्वारा अपनी बेटी के साथ मिलकर एक महिला रिश्तेदार की नृशंस हत्या करने का मामला सामने आया है। । इतना ही नहीं हत्या के बाद दोनों मां-बेटी ने शव के टुकड़े-टुकड़े कर उसे सूटकेस में भरकर हुगली नदी में फेंकने की कोशिश में थी। जहां स्थानीय लोगों ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक महिला रिश्तेदार सुमिता घोष (55) उन दोनों के साथ रहने के लिए असम से आई थी। पुलिस ने मंगलवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने बताया कि पीड़िता असम के जोरहाट की रहने वाली थी और अपने पति से अलग हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि स्वत: संज्ञान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। हम दोनों मां-बेटी से पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि हत्या का मकसद अभी बहुत स्पष्ट नहीं है। हो सकता है कि दोनों ने महिला की संपत्ति और आभूषणों के कारण उसकी हत्या कर दी हो। उन्होंने कहा कि हमें अभी तक सीसीटीवी की पूरी फुटेज नहीं मिली है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी फाल्गुनी और उनकी मां आरती घोष उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम की रहने वाली थी। वे सुबह एक टैक्सी में अहिरीटोला घाट पहुंचीं और जब वे पानी में नीला सूटकेस फेंक रही थीं तो स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद नॉर्थ पोर्ट पुलिस स्टेशन को इस बारे में जानकारी दी गई। घटना की सूचना मिलने के बाद जब पुलिस इलाके में गई तो उसे विरोध का सामना करना पड़ा और स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि जब दोनों को पकड़ा गया तो महिलाओं ने दावा किया कि बैग में उनके कुत्ते का शव था, लेकिन जब सूटकेस चेक किया गया तो हमें उसमें एक मानव शरीर मिला। जिसके बाद हमने तुरंत पुलिस को सूचित किया। उन्होंने बताया कि दोनों महिलाओं के पास से एक लोकल ट्रेन का टिकट मिला।
इस बारे में कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने बताया कि दोनों ने शायद किसी भारी वस्तु से महिला रिश्तेदार के सिर पर वार करके उसकी हत्या कर दी। शव के टुकड़ों को पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट से हत्या के बारे में खुलासा होगा। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि हो सकता है दोनों ने कुछ समय पहले उसकी हत्या की हो, क्योंकि शव पर सड़ने के निशान भी थे।
वर्मा ने कहा कि स्वत: संज्ञान मामला दर्ज किया गया है और मामले की जांच कोलकाता पुलिस द्वारा की जाएगी और बाद में इसे बारासात जिला पुलिस को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।